सीरिया में हुए एक आतंकी हमले में दो अमेरिकी सैनिकों और एक नागरिक की मौत के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ा रुख अपनाया है। ट्रंप ने इस हमले के लिए इस्लामिक स्टेट (ISIS) को जिम्मेदार ठहराते हुए चेतावनी दी है कि इसके “गंभीर परिणाम भुगतने होंगे”। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमेरिका इस हमले का जवाब जरूर देगा।
व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा कि यह हमला ISIS द्वारा किया गया है और अमेरिका इसे बेहद गंभीरता से ले रहा है। उन्होंने बताया कि सीरिया के राष्ट्रपति अहमद अल-शारा भी इस घटना से व्यथित और नाराज़ हैं। रिपब्लिकन सीनेटर जोनी अर्न्स्ट के अनुसार, मारे गए सैनिक आयोवा नेशनल गार्ड के सदस्य थे। घायलों का इलाज जारी है। यूएस सेंट्रल कमांड ने भी इसे आतंकी हमला बताते हुए कहा कि जवाबी कार्रवाई में हमलावर को मार गिराया गया।
यह हमला ऐसे समय हुआ है, जब बशर अल-असद सरकार के पतन के बाद पहली बार सीरिया में अमेरिकी सैनिकों को निशाना बनाया गया है। पेंटागन के अनुसार, ये सैनिक आतंकवाद-रोधी अभियान में तैनात थे। गौरतलब है कि ISIS के खिलाफ लड़ाई के लिए अमेरिका ने पूर्वी सीरिया में सैन्य मौजूदगी बनाए रखी है। तख्तापलट के बाद अमेरिका और सीरिया के बीच संबंधों में आंशिक बहाली हुई है और हाल ही में राष्ट्रपति अल-शारा अमेरिका की यात्रा पर भी गए थे।
उधर, पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच तुर्किये ने अपने यहां हुए एक बड़े आतंकी हमले का कड़ा जवाब दिया है। बुधवार को तुर्किये की राजधानी अंकारा में रक्षा कंपनी तुर्किये एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (TUSAS) के मुख्यालय पर हुए हमले में 10 लोगों की मौत हो गई। हमले को तीन आतंकियों ने अंजाम दिया, जिनमें एक महिला आतंकी भी शामिल थी। सुरक्षा बलों ने दो आतंकियों को मौके पर ढेर कर दिया।
हमले के बाद तुर्किये की वायु सेना ने इराक और सीरिया में कुर्दिश आतंकवादियों के ठिकानों पर व्यापक हवाई हमले किए। तुर्किये के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इन एयर स्ट्राइक में 30 से अधिक ठिकानों को नष्ट किया गया और कई आतंकियों को मार गिराया गया। राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने इस हमले को “घृणित आतंकवादी कृत्य” करार देते हुए कड़ी निंदा की।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, हमले के दौरान विस्फोट और गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं और कुछ समय के लिए बंधक स्थिति की आशंका भी जताई गई। यह हमला ऐसे वक्त हुआ, जब इस्तांबुल में रक्षा और एयरोस्पेस उद्योगों का एक बड़ा व्यापार मेला चल रहा था। इस हमले की जिम्मेदारी कुर्द उग्रवादी संगठन PKK ने ली है, जो दशकों से तुर्किये के साथ सशस्त्र संघर्ष में शामिल रहा है।
इन घटनाओं ने एक बार फिर क्षेत्र में सुरक्षा हालात और अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद के खतरे को उजागर कर दिया है।





