हरिद्वार। उत्तराखंड को ‘उद्यान प्रदेश’ बनाने के संकल्प की दिशा में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक और बड़ा कदम उठाया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार को हरिद्वार जिले के बुग्गावाला क्षेत्र में भव्य रूप से ‘मशरूम ग्राम’ योजना का औपचारिक शुभारंभ किया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय किसानों की आय को दोगुना करना और क्षेत्र में स्वरोजगार के नए अवसर पैदा करना है।
किसानों की आय बढ़ाने पर जोर
योजना के शुभारंभ के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मशरूम की खेती कम लागत और कम जगह में अधिक मुनाफा देने वाला विकल्प है। सरकार का लक्ष्य है कि बुग्गावाला के हर घर को मशरूम उत्पादन से जोड़ा जाए, ताकि यह क्षेत्र राज्य में मशरूम उत्पादन के एक बड़े केंद्र के रूप में उभरे। इससे न केवल स्थानीय किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों से पलायन को रोकने में भी मदद मिलेगी।
सरकार देगी सब्सिडी और तकनीकी सहायता
मशरूम ग्राम योजना के तहत सरकार किसानों को कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान करेगी:
- वित्तीय सहायता: मशरूम उत्पादन यूनिट लगाने के लिए किसानों को विशेष सब्सिडी दी जाएगी।
- प्रशिक्षण केंद्र: बुग्गावाला में ही किसानों को मशरूम की विभिन्न किस्मों को उगाने का वैज्ञानिक प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- मार्केटिंग लिंकेज: उत्पादित मशरूम को बड़े बाजारों और होटलों तक पहुँचाने के लिए सरकार बेहतर लॉजिस्टिक और मार्केटिंग की व्यवस्था करेगी।
बुग्गावाला क्यों चुना गया?
विशेषज्ञों के अनुसार, बुग्गावाला की जलवायु और भौगोलिक स्थिति मशरूम की खेती के लिए अत्यंत अनुकूल है। यहां के किसान पारंपरिक खेती के साथ-साथ अब आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर उच्च गुणवत्ता वाले मशरूम का उत्पादन कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आने वाले समय में ‘बुग्गावाला मशरूम’ की पहचान पूरे देश में होगी।
‘विकसित उत्तराखंड’ का विजन
समारोह को संबोधित करते हुए सीएम धामी ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ‘आत्मनिर्भर भारत’ की तर्ज पर ‘आत्मनिर्भर उत्तराखंड’ बनाने की दिशा में काम कर रही है। मशरूम ग्राम जैसी योजनाएं क्लस्टर आधारित विकास का बेहतरीन उदाहरण हैं, जो सीधे तौर पर महिला स्वयं सहायता समूहों और युवाओं को लाभ पहुँचाएंगी।





