ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय बाल शोषण रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई कई महीनों की निगरानी, तकनीकी विश्लेषण और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के सहयोग के बाद संभव हो सकी। जांच टीम ने रैकेट से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी कर हजारों की संख्या में आपत्तिजनक वीडियो और डिजिटल सामग्री जब्त की है, जिन्हें देखकर अधिकारियों ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बताया है। बरामद डेटा से संकेत मिलता है कि यह नेटवर्क काफी समय से सक्रिय था और इसका दायरा कई देशों तक फैला हुआ था।
पुलिस के अनुसार, ऑपरेशन के दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी उम्र 25 से 48 वर्ष के बीच बताई जा रही है। शुरुआती पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और एन्क्रिप्टेड चैट ऐप्स के माध्यम से इस अवैध सामग्री को साझा करते थे। पुलिस को आशंका है कि इनके संपर्क में अन्य देशों में भी कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान के लिए डिजिटल फॉरेंसिक की मदद ली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि बरामद वीडियो की जांच में समय लगेगा, क्योंकि इसमें विभिन्न स्रोतों से अपलोड की गई सामग्री शामिल है।
ऑस्ट्रेलियाई फेडरल पुलिस ने बताया कि यह कार्रवाई सिर्फ स्थानीय स्तर पर नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय स्थापित कर की गई है। संबंधित देशों को इस नेटवर्क से जुड़े संभावित संदिग्धों की जानकारी साझा कर दी गई है। पुलिस का मानना है कि इस रैकेट के टूटने से बाल सुरक्षा से जुड़े कई गंभीर अपराधों को रोकने में बड़ी मदद मिलेगी।
अधिकारियों ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे इंटरनेट पर संदिग्ध सामग्री या गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। उनका कहना है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अपराधियों के लिए आसान माध्यम बनते जा रहे हैं, जिन्हें रोकने के लिए समाज के सभी वर्गों की भूमिका महत्वपूर्ण है। पुलिस अब आरोपियों को कोर्ट में पेश कर आगे की कार्रवाई की तैयारी कर रही है, जबकि बरामद वीडियोज़ और डिजिटल डिवाइसेज की जांच जारी है।





