सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम 15 जनवरी को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। उनका यह दौरा भारत और सिंगापुर के बीच कूटनीतिक संबंधों के 60 साल पूरे होने के अवसर पर हो रहा है। इस यात्रा से भारत-सिंगापुर संबंधों के नए शिखर पर पहुंचने की उम्मीद है। इस दौरान ऊर्जा, औद्योगिक पार्क और कौशल विकास जैसे गैर-पारंपरिक क्षेत्रों क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। यह साल भारत-सिंगापुर संबंधों के लिए अहम रहने वाला है। इस अवसर को मनाने के लिए कई कार्यक्रम होंगे। साल के आखिर में सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वोंग भी भारत का दौरा करने की उम्मीद है। भारत-सिंगापुर मंत्रीस्तरीय गोलमेज बैठक का अगला दौर भी कुछ महीनों बाद होगा। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग के मुताबिक, बीते साल मंत्रीस्तरीय बैठक और पीएम नरेंद्र मोदी की सितंबर 2024 में सिंगापुर यात्रा के बाद भारत-सिंगापुर संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया। इससे पहले, पीएम मोदी ने सितंबर 2024 में सिंगापुर की यात्रा की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सिंगापुर के राष्ट्रपति थर्मन शनमुगरत्नम से भी मुलाकात की। पीएम ने उनसे कौशल विकास, स्थिरता, प्रौद्योगिकी, नवाचार और कनेक्टिविटी सहित प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित बातचीत की। दोनों नेताओं के बीच बातचीत भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय संबंधों की पूरी श्रृंखला पर केंद्रित रही। इस यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी और सिंगापुर के पीएम लॉरेंस वोंग ने भारत और सिंगापुर के साझा इतिहास, विश्वास और आपसी सम्मान पर आधारित दोस्ती की लंबी परंपरा और कई क्षेत्रों में व्यापक सहयोग को स्वीकार किया। उन्होंने राजनीतिक, आर्थिक, सुरक्षा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा, लोगों से लोगों के बीच और सांस्कृतिक संबंधों के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की और संतोष व्यक्त किया।