नई दिल्ली: वैश्विक और स्थानीय बाजारों में उतार-चढ़ाव के बीच भारतीय सराफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है। जहाँ एक ओर सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम खरीदारों को थोड़ी राहत मिली है, वहीं दूसरी ओर चांदी की कीमतों में आई तेजी ने निवेशकों को फिर से चौंका दिया है। अंतरराष्ट्रीय संकेतों और घरेलू मांग में आए बदलाव को इस अस्थिरता का मुख्य कारण माना जा रहा है।
कीमतों का गणित: सोना गिरा, चांदी चमकी
- सोने की स्थिति: दिल्ली के सराफा बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत में लगभग 350 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है। इस कमी के बाद सोना अब 75,000 रुपये के स्तर के करीब कारोबार कर रहा है।
- चांदी की रफ्तार: सोने के उलट, चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखा गया है। औद्योगिक मांग बढ़ने के कारण चांदी 92,000 रुपये प्रति किलोग्राम के पार निकल गई है। पिछले 24 घंटों में इसमें करीब 1,200 रुपये की बढ़त दर्ज की गई है।
- वैश्विक प्रभाव: अंतरराष्ट्रीय बाजार (कोमेक्स) में डॉलर की मजबूती के कारण सोने पर दबाव बना हुआ है, जबकि सौर ऊर्जा और इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में चांदी की बढ़ती खपत इसकी कीमतों को सपोर्ट कर रही है।
निवेश का मौका या इंतजार?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमतों में आई यह गिरावट उन लोगों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकती है जो लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं। हालांकि, चांदी में आई हालिया तेजी को देखते हुए छोटे निवेशकों को ‘डिप’ (गिरावट) का इंतजार करने की सलाह दी जा रही है। शादी-ब्याह के सीजन की शुरुआत के साथ ही आने वाले हफ्तों में मांग में और इजाफा होने की संभावना है, जिससे कीमतों में फिर से तेजी आ सकती है।





