जलवायु परिवर्तन का असर मौसम पर पड़ने के साथ ही प्रवासी पक्षियों के जीवन पर भी पड़ने लगा है। दक्षिण अफ्रीका से हर साल गर्मियों में आने वाली मेहमान चिड़िया अबाबील इस बार निर्धारित समय से डेढ़ माह पहले ही पहाड़ों में दिखाई दे रही है। इन चिड़ियों ने कई घरों और दुकानों में अपने घोसले बना लिए हैं।
वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस बार फरवरी में दिन के समय गर्मी होने से यह चिड़िया यहां पहुंच गई है। भवाली रेंज के रेंजर विजय मेलकानी के अनुसार, इस बार बर्फबारी न होने से तापमान में वृद्धि हुई है, जिसके कारण यह चिड़िया समय से एक माह पहले आ गई है। अबाबील का स्वभाव बेहद सरल होता है और यह आसानी से पकड़ में आ जाती है। इसलिए, वन कर्मचारियों को इस पर नजर रखने के लिए कहा गया है ताकि पक्षी का अवैध शिकार न हो। दक्षिण अफ्रीका में इस चिड़िया की 75 प्रजातियां हैं, जिन्हें अंग्रेजी में ‘स्वेलो’ कहा जाता है।