नई दिल्ली/पटना। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने पटना में हुई तोड़फोड़ और हिंसा की घटनाओं पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि “सत्य और अहिंसा के आगे असत्य और हिंसा टिक ही नहीं सकते। जो लोग हिंसा और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं, उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अंततः जीत सत्य और अहिंसा की ही होती है।”
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से जारी अपने बयान में कहा कि भारत की नींव महात्मा गांधी, बाबा साहेब आंबेडकर और संविधान निर्माताओं द्वारा रखे गए मूल्यों पर टिकी है। ऐसे में किसी भी तरह की तोड़फोड़ और हिंसा देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने का काम करती है।
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस हमेशा से शांति, भाईचारे और अहिंसा के रास्ते पर चलने की पक्षधर रही है। “पटना में जो घटनाएं सामने आई हैं, वे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। हमें मिलकर देश की एकता और सद्भावना को बचाना होगा।”
राहुल गांधी के इस बयान को बिहार की ताजा घटनाओं के संदर्भ में देखा जा रहा है, जहां हाल के दिनों में राजनीतिक तनाव के बीच विरोध प्रदर्शनों के दौरान हिंसा और तोड़फोड़ हुई थी। विपक्षी दलों ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह लोगों की आवाज को दबाने के लिए बल प्रयोग कर रही है, जबकि सत्ता पक्ष का कहना है कि असामाजिक तत्व जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी ने अपने बयान के जरिए एक बार फिर गांधीवादी विचारधारा को राजनीतिक विमर्श के केंद्र में लाने की कोशिश की है। उनका संदेश साफ है कि हिंसा से समाज में और विभाजन बढ़ेगा, जबकि देश का भविष्य केवल अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने से ही सुरक्षित रह सकता है।