सतना। मध्य प्रदेश के सतना जिला अस्पताल में दूषित रक्त के कारण हुए HIV संक्रमण के सनसनीखेज मामले में प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार किया है। स्वास्थ्य विभाग में मचे हड़कंप के बीच, प्रथम दृष्टया लापरवाही पाए जाने पर ब्लड बैंक प्रभारी और दो लैब टेक्नीशियन को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड (निलंबित) कर दिया गया है। यह कार्रवाई राज्य स्वास्थ्य संचालनालय के निर्देशों पर की गई है, जिससे सरकारी महकमे में हड़कंप व्याप्त है।
क्या है पूरा मामला?
यह गंभीर मामला तब प्रकाश में आया जब जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से रक्त चढ़ाने के बाद कुछ मरीजों में HIV पॉजिटिव होने के लक्षण पाए गए। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि रक्त के नमूनों की स्क्रीनिंग के दौरान निर्धारित मानकों का पालन नहीं किया गया, जिसके चलते संक्रमित रक्त मरीजों को चढ़ा दिया गया।
- घोर लापरवाही: ब्लड बैंक प्रबंधन पर आरोप है कि उन्होंने रक्त के संग्रह और परीक्षण (Testing) में अनिवार्य प्रोटोकॉल की अनदेखी की।
- मरीजों की सुरक्षा से खिलवाड़: दूषित रक्त चढ़ने से मरीजों की जान जोखिम में पड़ गई, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर भारी विरोध प्रदर्शन हुआ था।
- प्रशासनिक एक्शन: मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) ने कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की थी।
जांच के घेरे में पूरी यूनिट
निलंबन के साथ ही इस पूरे प्रकरण की विस्तृत जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है।
- प्रोटोकॉल का उल्लंघन: जांच टीम इस बात की पड़ताल कर रही है कि क्या ब्लड बैंक में उपयोग की जाने वाली टेस्टिंग किट खराब थी या कर्मचारियों ने जानबूझकर परीक्षण प्रक्रिया में चूक की।
- रिकॉर्ड की जांच: पिछले कुछ महीनों में जितने भी लोगों को रक्त दिया गया है, उन सभी के डोनर रिकॉर्ड और लैब रिपोर्ट्स को खंगाला जा रहा है।
- दोषियों पर FIR की तैयारी: विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि जांच में आपराधिक लापरवाही के पुख्ता सबूत मिलते हैं, तो संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ FIR (प्राथमिकी) भी दर्ज कराई जा सकती है।
स्वास्थ्य विभाग में अलर्ट
इस घटना के बाद प्रदेश के अन्य जिलों के ब्लड बैंकों को भी सतर्क कर दिया गया है। सतना की इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में रक्त सुरक्षा (Blood Safety) मानकों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकार ने स्पष्ट किया है कि मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।





