Thursday, October 23, 2025

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श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या भारत दौरे पर, जयशंकर संग द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा

नई दिल्ली। श्रीलंका की प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या तीन दिवसीय भारत यात्रा पर बुधवार को नई दिल्ली पहुंचीं। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात की और दोनों देशों के बीच आपसी संबंधों को और सुदृढ़ करने पर चर्चा की। इस दौरान शिक्षा, व्यापार, समुद्री सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग जैसे मुद्दों पर व्यापक बातचीत हुई।

विदेश मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, बैठक में भारत और श्रीलंका के बीच चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। दोनों नेताओं ने हिंद महासागर क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए साझा रणनीतिक सहयोग को और गहरा करने पर सहमति जताई। जयशंकर ने कहा कि भारत, श्रीलंका के सामाजिक-आर्थिक पुनर्निर्माण में हरसंभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।

श्रीलंकाई प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री के साथ हुई बैठक को “सार्थक और सकारात्मक” बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच “पड़ोसीपन की भावना” और “लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित साझेदारी” भविष्य की दिशा तय करेगी।

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज में छात्रों को संबोधित करते हुए हरिनी अमरसूर्या ने कहा कि भारत और श्रीलंका के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और बौद्धिक संबंध हजारों वर्षों पुराने हैं। उन्होंने कहा, “हम एक साझा इतिहास और आध्यात्मिक परंपरा से जुड़े हैं। आज का समय इन संबंधों को आधुनिक युग की जरूरतों के अनुरूप नई दिशा देने का है।”

प्रधानमंत्री ने शिक्षा और युवा आदान-प्रदान को द्विपक्षीय संबंधों का अहम स्तंभ बताते हुए कहा कि श्रीलंका भारतीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों के साथ साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है। उन्होंने भारतीय छात्रों से दक्षिण एशिया के सहयोगी विकास में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया।

इस दौरान उन्होंने जलवायु परिवर्तन, क्षेत्रीय शांति और सतत विकास जैसे मुद्दों पर भी अपने विचार रखे। अमरसूर्या ने कहा कि दक्षिण एशिया को भविष्य में आर्थिक और पर्यावरणीय रूप से सुरक्षित बनाने के लिए युवाओं को ही नेतृत्व संभालना होगा।

प्रधानमंत्री के साथ श्रीलंकाई प्रतिनिधिमंडल में कई वरिष्ठ अधिकारी और नीति सलाहकार भी शामिल हैं। यात्रा के दौरान हरिनी अमरसूर्या वाराणसी और बोधगया भी जाएंगी, जहां वे बौद्ध स्थलों पर दर्शन करेंगी और भारत-श्रीलंका सांस्कृतिक सहयोग को लेकर कई कार्यक्रमों में भाग लेंगी।

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