भारतीय राजनीति में सियासी जुबानी जंग एक बार फिर तेज हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर की गई टिप्पणी के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिवसेना (उद्धव) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर तीखा पलटवार किया है। शिंदे ने कहा कि जो लोग दूसरों को एनाकोंडा बताते हैं, दरअसल वही असली एनाकोंडा हैं, जिन्हें सत्ता में रहते हुए ग्रास बनकर सबकुछ निगल जाने की आदत पड़ चुकी थी।
शिंदे ने सोमवार को पार्टी नेताओं के साथ बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उद्धव ठाकरे विपक्ष की भूमिका निभाने के बजाय झूठ फैलाने और व्यक्तिगत हमलों की राजनीति में उलझे हुए हैं। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को लेकर की गई टिप्पणी बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और यह बताती है कि ठाकरे अपने राजनीतिक दायित्वों से भटक चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि 2019 में जनता ने भाजपा और शिवसेना गठबंधन को बहुमत दिया था, लेकिन सत्ता की लालच में उद्धव ठाकरे ने विचारधारा को छोड़कर विरोधियों के साथ हाथ मिला लिया। “हम पर सवाल उठाने वाले यह भूल जाते हैं कि उन्होंने ही शिवसेना की मूल पहचान को नुकसान पहुंचाया। अब जब हम हिंदुत्व और विकास के एजेंडे पर आगे बढ़ रहे हैं, तो उन्हें इससे परेशानी हो रही है,” शिंदे ने कहा।
उन्होंने आगे कहा कि नई शिवसेना संगठन को जनता का आशीर्वाद मिल रहा है और आने वाले चुनावों में यह समर्थन और मजबूत होगा। “उद्धव ठाकरे की राजनीति केवल बयानबाजी और फोटो खिंचवाने तक सीमित रह गई है। जनता सब जानती है कि महाराष्ट्र के वास्तविक हितों की रक्षा कौन कर रहा है।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि दोनों पक्ष आगामी चुनावों से पहले अपने-अपने समर्थकों को संदेश देना चाहते हैं और इसी वजह से आरोप-प्रत्यारोप का दौर और तेज हो सकता है। उद्धव ठाकरे की ओर से प्रतिक्रिया मिलने का इंतजार किया जा रहा है, जबकि शिंदे गुट ने स्पष्ट संकेत दिया है कि वह विपक्ष के हर राजनीतिक हमले का सख्ती से जवाब देगा।





