ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक शादी समारोह उस समय दहशत में बदल गया जब एक व्यस्त बैंक्वेट हॉल में अचानक भीषण आग लग गई। हादसे के वक्त हॉल के भीतर 1000 से अधिक मेहमान मौजूद थे, जो नवदंपति को आशीर्वाद देने पहुंचे थे। गनीमत यह रही कि समय रहते सुरक्षा मानकों और स्थानीय लोगों की मुस्तैदी से एक बड़ा नरसंहार टल गया और सभी मेहमानों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
कैसे भड़की आग?
यह घटना ठाणे के एक प्रतिष्ठित इलाके में स्थित मैरिज हॉल में घटित हुई। चश्मदीदों के मुताबिक, रिसेप्शन पार्टी अपनी चरम पर थी, तभी अचानक स्टेज के पास लगे सजावटी सामान और पर्दों में चिंगारी उठी।
- तेजी से फैला धुआं: हॉल के भीतर मौजूद ‘फॉल्स सीलिंग’ और प्लास्टिक की सजावट के कारण आग ने चंद मिनटों में ही विकराल रूप धारण कर लिया।
- इमरजेंसी एग्जिट: आग लगते ही हॉल में अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभाला और ‘इमरजेंसी एग्जिट’ (आपातकालीन द्वार) खोलकर लोगों को बाहर निकालना शुरू किया।
- शॉर्ट सर्किट की आशंका: शुरुआती तकनीकी जांच में बिजली के तारों में शॉर्ट सर्किट को आग लगने का प्राथमिक कारण माना जा रहा है।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही ठाणे नगर निगम के दमकल विभाग की 5 से अधिक गाड़ियां और टैंकर मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने न केवल आग बुझाई, बल्कि धुएं के गुबार के बीच फंसे बुजुर्गों और बच्चों को बाहर निकालने में भी मदद की।
- कूलिंग ऑपरेशन: आग पर काबू पाने के बाद घंटों तक ‘कूलिंग ऑपरेशन’ चलाया गया ताकि मलबे में छिपी चिंगारियों को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
- संपत्ति का नुकसान: हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन बैंक्वेट हॉल का कीमती फर्नीचर, सजावट और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जलकर खाक हो गए।
- जांच के घेरे में अग्निशमन व्यवस्था: प्रशासन अब इस बात की जांच कर रहा है कि क्या बैंक्वेट हॉल के पास वैध NOC (अनापत्ति प्रमाणपत्र) था और क्या वहां लगे फायर एक्सटिंगुइशर काम कर रहे थे।
समारोह में शामिल मेहमानों ने बताया कि आग इतनी भयानक थी कि हॉल के भीतर कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को नियंत्रित किया और एम्बुलेंस के जरिए धुएं से प्रभावित कुछ लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा।





