Friday, December 26, 2025

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‘शांति वार्ता का नाटक कर रहे हैं पुतिन’, यूरोपीय देशों का आरोप

रूस–यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयास एक बार फिर ठहराव का शिकार होते दिखाई दे रहे हैं। यूरोपीय देशों ने कड़ा रुख अपनाते हुए आरोप लगाया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शांति वार्ता का सिर्फ दिखावा कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता में उनकी नीतियों और कार्रवाइयों से समाधान की कोई गंभीर पहल नजर नहीं आती। यूरोपीय नेतृत्व का कहना है कि युद्धविराम या शांति योजना पर चर्चा के नाम पर रूस सिर्फ समय निकालने की रणनीति अपना रहा है।

इसी बीच अमेरिका और रूस के अधिकारियों के बीच करीब पांच घंटे तक चली विस्तृत बातचीत भी किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। अमेरिकी वार्ताकारों ने बैठक के बाद बताया कि चर्चा के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए गए, लेकिन रूस की ओर से किसी भी प्रकार की ठोस प्रतिबद्धता या सकारात्मक संकेत नहीं दिए गए। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूस की जिद और अस्पष्ट रुख के चलते बातचीत आगे नहीं बढ़ पा रही है।

यूरोपीय संघ के कई देशों ने सामूहिक रूप से बयान जारी कर कहा कि पुतिन शांति प्रक्रिया को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनका आरोप है कि रूस लगातार संघर्ष के क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा है और वार्ता के नाम पर कूटनीतिक दबाव कम करने का प्रयास कर रहा है। यूरोपीय देशों का यह भी कहना है कि जब तक रूस अपने आक्रामक रुख को नहीं बदलता, तब तक किसी भी वार्ता से सार्थक परिणाम की उम्मीद करना व्यावहारिक नहीं होगा।

विश्लेषकों का मानना है कि मौजूदा स्थिति में युद्ध समाप्त होने का कोई तात्कालिक समाधान दिखाई नहीं देता। एक ओर रूस अपनी रणनीतिक स्थिति बनाए रखना चाहता है, तो दूसरी ओर यूक्रेन और पश्चिमी देश किसी भी समझौते के पहले ठोस सुरक्षा गारंटी चाहते हैं। यही कारण है कि लंबे समय से चल रही बातचीत के बावजूद समाधान का मार्ग अभी भी धुंधला है।

कुल मिलाकर, यूरोपीय देशों के आरोप और अमेरिका–रूस की बेनतीजा वार्ता इस बात का संकेत हैं कि शांति प्रक्रिया फिलहाल गंभीर चुनौतियों से घिरी हुई है। आने वाले समय में यदि कोई निर्णायक कूटनीतिक पहल नहीं होती, तो संघर्ष और लंबा खिंच सकता है।

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