दूसरी ओर, विपक्ष ने सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है। कांग्रेस, डीएमके, सीपीआई समेत कई दलों ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले, ऑपरेशन सिंदूर, मणिपुर संकट और डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत-पाक तनाव पर दावों को लेकर संसद में स्थगन प्रस्ताव दिए हैं।
- रेणुका चौधरी और रणदीप सुरजेवाला ने आंतरिक सुरक्षा में चूक और विदेश नीति पर चर्चा की मांग की है।
- टीआर बालू (DMK) और संदोष कुमार पी (CPI) ने भी इसी मुद्दे पर कार्य स्थगन नोटिस दिए।
- कांग्रेस सांसद बी. मणिकम टैगोर ने लोकसभा में राष्ट्रीय सुरक्षा विफलता को लेकर प्रस्ताव रखा।
सरकार का रुख: किसी विषय से भागने का सवाल नहीं – रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने कहा, “सरकार किसी भी विषय पर चर्चा से पीछे नहीं हटेगी, लेकिन बहस संसदीय नियमों के दायरे में ही होगी।” उन्होंने बताया कि सर्वदलीय बैठक में 54 नेताओं ने भाग लिया और सभी से सदन के सुचारु संचालन में सहयोग की अपेक्षा की गई।
सदन में गरमाने के आसार: विपक्ष सरकार को घेरेगा, सरकार दिखाएगी ऑपरेशन की शक्ति
इस मानसून सत्र में जहां सरकार ऑपरेशन सिंदूर, मेक इन इंडिया और विज्ञान उपलब्धियों को ‘विजयोत्सव’ की तरह प्रस्तुत करेगी, वहीं विपक्ष सुरक्षा विफलता, विदेश नीति और मणिपुर जैसे संवेदनशील मुद्दों को उठाकर सरकार को कटघरे में खड़ा करने की तैयारी में है।