विदेश मंत्री एस जयशंकर आज सऊदी अरब, जर्मनी और स्विट्जरलैंड की छह दिनी दौरे पर जाएंगे। यात्रा का उद्देश्य समग्र द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय तथा वैश्विक चुनौतियों पर विचार-विमर्श करना है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, डॉ जयशंकर सबसे पहले भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दो दिन रियाद रहेंगे। वह 10 से 11 सितंबर तक दो दिनी यात्रा पर बर्लिन जाएंगे। तीसरे व अंतिम चरण में वह 12 से 13 सितंबर तक जिनेवा का दौरा करेंगे। वहां वे वैश्विक संगठनों के प्रमुखों व प्रतिनिधियों से मिलेंगे।विदेश मंत्रालय (MEA) की तरफ से जारी बयान के मुताबिक वह सबसे पहले भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी की राजधानी रियाद जाएंगे। जीसीसी एक प्रभावशाली समूह है जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में जीसीसी देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 अरब डॉलर रहा। रियाद में जयशंकर के कई जीसीसी सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है। रियाद दौरे के बाद डॉ जयशंकर 10 से 11 सितंबर तक दो दिवसीय यात्रा पर बर्लिन जाएंगे। यह बर्लिन की उनकी तीसरी द्विपक्षीय यात्रा होगी। उनकी बर्लिन यात्रा अगले महीने जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज की भारत यात्रा के लिए आधार तैयार करेगी। इसके बाद जयशंकर तीसरे और अंतिम चरण में 12 से 13 सितंबर तक जिनेवा का दौरा करेंगे। वहां वे उन अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों और प्रतिनिधियों से मिलेंगे जिनके साथ भारत सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ है। जिनेवा में बड़ी संख्या में संयुक्त राष्ट्र निकाय और अंतरराष्ट्रीय संगठन हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर दोनों देशों के बीच घनिष्ठ साझेदारी की समीक्षा करने और द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ाने के अवसरों का पता लगाने के लिए स्विस विदेश मंत्री से भी मिलेंगे