अमेरिकी वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच वाशिंगटन में सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका-भारत सीईओ फोरम, अमेरिका-भारत वाणिज्यिक संवाद, दो वाणिज्य विभाग और भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के नेतृत्व वाली पहलों पर चर्चा की। यह बैठक अमेरिका और भारत के बीच मजबूत आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग की दिशा में एक सकारात्मक चरण है। अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दोनों नेताओं ने इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फ्रेमवर्क फॉर प्रोस्पेरिटी (आईपीईएफ) के तहत हुई प्रगति की सराहना की और आईपीईएफ समझौतों को लागू करने के लिए काम करने की अपनी साझा प्रतिबद्धता दोहराई। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘वॉशिंगटन डीसी में आज वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो से मिलकर अच्छा लगा। हमने सेमीकंडक्टर्स, आईसीईटी, महत्वपूर्ण खनिज, विश्वसनीय साझेदारी और आपूर्ति श्रृंखला की लचीलापन पर चर्चा की। हम अपने तकनीकी सहयोग और आर्थिक साझेदारी में जो प्रगति कर रहे हैं, उसे महत्व दें।’
हालिया अमेरिकी दौरे पर उन्होंने 8 बहुपक्षीय बैठकों में भाग लिया। इनमें जी-20, जी-4, भारत ब्राजील दक्षिण अफ्रीका फॉर्म (आईबीएसए), ब्रिक्स, एल.69 और सी-10 की पहली संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक शामिल रही। जयशंकर ने भारत-कैरिकॉम (कैरिबियन समुदाय और आम बाजार) के विदेश मंत्रियों के अलावा बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल (बिम्सटेक) की बैठक, भारत-सीईएलएसी (लैटिन अमेरिकी व कैरेबियाई देशों के समूह) के विदेश मंत्रियों की बैठक भी की। विदेश मंत्री ने राष्ट्रीय क्षेत्राधिकार से परे जैव विविधता (बीबीएनजे) संधि पर हस्ताक्षर व एशिया सोसाइटी द्वारा आयोजित सभाएं, ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भी भाग लिया।