भारत ने भगोड़े इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को लेकर पाकिस्तान के नरम रुख पर और उसके आतिथ्य पर चिंता जाहिर की है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि वांछित शख्स का समर्थन सब कुछ बयां करता है। उन्होंने इस बात का भी उल्लेख किया कि एक वांछित व्यक्ति की मेजबानी करना, उसे शरण देना पाकिस्तान के दृष्टिकोण को कैसे स्पष्ट करता है, खासकर तब जब ऐसा शख्स पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से मुलाकात कर रहा हो।
दरअसल, शुक्रवार को अपने साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जायसवाल से न्याय का सामना करने के लिए जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण की मांग के बावजूद उसे दिए गए आतिथ्य पर भारत के रुख के बारे में पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान में उसके साथ ऐसा किया गया है। यह दर्शाता है कि उसके मेजबानों का दृष्टिकोण कैसा है और यह हमारे लिए क्या मायने रखता है? यहां वांछित व्यक्ति को इतना समर्थन देने के संदर्भ में इसका क्या मतलब है? 8 मार्च को ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जाकिर नाइक ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से रायविंड स्थित उनके आवास पर मुलाकात की थी। शरीफ परिवार से बैठक के दौरान पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नेताओं ने कथित तौर पर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस बीच पिछले सप्ताह नाइक से मुलाकात के बाद पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद हफीज की आलोचना हुई थी। हफीज ने सोशल मीडिया पर अपनी मुलाकात की तस्वीरें साझा की थीं। हफीज ने पोस्ट किया, ‘जाकिर नाइक के साथ सुखद मुलाकात।’ उन्होंने साथ ही एक रेस्तरां में ली गई उनकी एक तस्वीर भी पोस्ट की थी। इसे लेकर सोशल मीडिया पर खासी नाराजगी देखने को मिली थी। एक यूजर ने लिखा, ‘यही एक कारण है कि भारतीय क्रिकेट टीम और भारतीय सरकार पाकिस्तान नहीं आना चाहती।’