मुंब्रा रेल दुर्घटना के बाद भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे ने लोकल ट्रेनों के लिए निर्माणाधीन रैकों में स्वचालित दरवाजे लगवाने का फैसला किया है। इसके अलावा फिलहाल सेवा में मौजूद रैक में डोर क्लोजर की सुविधा को लेकर भी चर्चा हो रही है। रेलवे बोर्ड में सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक (ईडीआईपी) दिलीप कुमार ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे ने भविष्य में मुंबई उपनगर के लिए निर्माणाधीन सभी रेकों के लिए स्वचालित दरवाजे की सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसके अलावा हम वर्तमान में सेवा में मौजूद रैक में डोर क्लोजर की सुविधा स्थापित करने की संभावना तलाश रहे हैं। फिर हम चरणबद्ध तरीके से इन सभी रेकों के लिए स्वचालित डोर क्लोजर की सुविधा प्रदान करेंगे। सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ स्वप्निल धनराज नीला ने बताया कि घटना में घायल हुए 13 लोगों में से चार लोगों की मौत हो गई है। चार अन्य का इलाज चल रहा है। रेलवे बोर्ड ने सभी मौजूदा रैकों में बदलाव करने का फैसला किया है, जिससे ऐसी घटनाओं की संभावना कम हो जाएगी। सभी नए रैक एसी रैक होंगे, जिनमें स्वचालित दरवाजों वाली प्रणाली होगी। हमने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे फुटबोर्ड पर यात्रा करने से बचें। इससे पहले ठाणे के मुंब्रा रेलवे स्टेशन पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल की ओर जा रहे कुछ यात्री ट्रेन से गिर गए। दुर्घटना का कारण ट्रेन में अत्यधिक भीड़ माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि ट्रेन मुंबई से लखनऊ के लिए जा रही थी। सेंट्रल रेलवे के मुताबिक, रेलवे प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई है। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया जा रहा है। दुर्घटना की जांच शुरू हो गई है। घटना से लोकल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।
पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में सोमवार सुबह चलती लोकल ट्रेन से गिरकर कम से कम चार यात्रियों की मौत हो गई और छह घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना दिवा और कोपर रेलवे स्टेशनों के बीच हुई, जब भीड़भाड़ वाली ट्रेन कसारा की ओर जा रही थी। उन्होंने बताया कि व्यस्त समय में बहुत भीड़ थी, इसलिए कई लोग ट्रेन के दरवाजे पर खड़े थे। जब ट्रेन चल रही थी, तब कम से कम 10 यात्री नीचे गिर गए।