महाराष्ट्र की ‘लाड़की बहन’ योजना में सामने आई फर्जीवाड़े की खबरों पर एनसीपी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने सख्त रुख अपनाते हुए गंभीर जांच की मांग की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 14,000 पुरुषों ने खुद को महिला बताकर योजना का लाभ उठाने की कोशिश की, जिससे शासन और व्यवस्था की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं।
सुले ने कहा:
“इस मामले की विस्तृत जांच जरूरी है। योजना से जुड़े फॉर्म भरने की प्रक्रिया में जिन एजेंसियों ने भूमिका निभाई है, उनकी SIT, CBI या ED जैसी किसी स्वतंत्र एजेंसी द्वारा जांच होनी चाहिए।”
🔹 आईटी कंपनियों के पलायन पर भी जताई चिंता
उपमुख्यमंत्री अजित पवार के हालिया हिंजेवाड़ी दौरे और आईटी कंपनियों के हैदराबाद-बंगलुरु पलायन पर भी सुप्रिया सुले ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से आईटी पार्क से जुड़ी समस्याओं पर नजर रख रही हैं।
“जब तक ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार नहीं होता, तब तक कंपनियों को वर्क फ्रॉम होम की अनुमति देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।”
सुले के मुताबिक, बुनियादी ढांचे की अनदेखी से पुणे क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसर प्रभावित हो सकते हैं।