अमेरिका ने यूक्रेन युद्ध की दूसरी वर्षगांठ पर रूस के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 200 पन्नों की सूची जारी की है, जिसमें 500 प्रतिबंध शामिल हैं। इसकी वजह रूस के यूक्रेन पर हमले और विपक्षी नेता नवलनी की मौत है। इन प्रतिबंधों के माध्यम से अर्थव्यवस्था पर खतरे की चिंता जताई गई है, जबकि रूस ने कहा है कि यह प्रतिबंध उसके परिवेश में कोई असर नहीं डालेंगे।
रूसी राजदूत ने कहा है कि ये प्रतिबंध रूसी संघ के आंतरिक मामलों में दखल का एक और बेशर्म और निंदनीय प्रयास है। इस प्रतिबंधों के जवाब में, रूस ने यूरोपीय संघ (ईयू) के कई अन्य अधिकारियों के देशों में घुसने पर रोक भी लगा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि नए प्रतिबंध से रूस-अमेरिका के साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था को भी झटका लग सकता है। अटलांटिक काउंसिल के एक अधिकारी ने कहा है कि रूस के लिए हम जो कदम उठा रहे हैं, वह वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बुरे प्रभाव का कारण बन सकता है।