रूसी संसद के निचले सदन स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के करीबी व्याचेस्लाव वोलोडिन सोमवार को आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे। वे भारत के नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। यह वार्ता आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने और दोनों देशों के बीच अंतर-संसदीय संवाद को मजबूत करने पर केंद्रित होगी।भारत में स्थित रूसी दूतावास ने वोलोडिन के आगमन की तस्वीरें साझा कीं। दूतावास ने लिखा कि स्टेट ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन भारत की आधिकारिक यात्रा पर पहुंचे। नई दिल्ली में आर्थिक, सांस्कृतिक, शैक्षिक और तकनीकी क्षेत्रों में रूस-भारत सहयोग के मुद्दों के साथ-साथ अंतर-संसदीय संवाद के विकास पर चर्चा की जाएगी। दूतावास ने कहा कि अध्यक्ष भारतीय नेतृत्व के साथ बैठक करने के साथ ही भारतीय संसद के दोनों सदनों का दौरा करेंगे। वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भी भारत आने की उम्मीद है। बीते महीने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि यात्रा की तारीखें जल्द तय की जाएंगी। दरअसल पिछला वार्षिक शिखर सम्मेलन मॉस्को में हुआ था। इसके लिए पीएम मोदी मॉस्को गए थे। जायसवाल ने कहा कि अगला शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जाएगा। दिसंबर में क्रेमलिन के प्रवक्ता यूरी उशाकोव ने कहा था कि ‘हमारे नेता की साल में एक बार बैठक करने का समझौता है। इस बार हमारी बारी है। हमें प्रधानमंत्री मोदी का न्योता मिला है और हम इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन में जंग शुरू होने के बाद यह व्लादिमीर पुतिन का पहला भारत दौरा है। इस वजह से पुतिन का यह दौरा बेहद अहम है, खासकर तब, जब भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने की अपील की है। रूस और भारत के बीच इसके शीर्ष नेताओं द्वारा हर साल एक दूसरे देश के देश का दौरा करने पर सहमति बनी हुई है। इसी सहमति के तहत पुतिन का भारत दौरा हो रहा है। इसी सहमति के तहत पुतिन का भारत दौरा हो रहा है।