कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अपने बहनोई रॉबर्ट वाड्रा के बचाव में सरकार पर लगाए आरोपों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कड़ा पलटवार किया है। भाजपा ने राहुल पर आरोप लगाया है कि वे लोकसभा में विपक्ष के नेता के संवैधानिक पद का इस्तेमाल निजी पारिवारिक मामलों में सरकार पर हमला करने के लिए कर रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी का शुक्रवार को किया गया बयान यह स्पष्ट करता है कि वह एक पारिवारिक अपराध को राजनीतिक रंग देकर बचाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने वाड्रा को अपना बहनोई बताकर सरकार पर जासूसी और परेशान करने का आरोप लगाया, लेकिन यह राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि उनका व्यक्तिगत पारिवारिक मामला है।”
“संवैधानिक पद की गरिमा का उल्लंघन”
त्रिवेदी ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी ने यह बयान विपक्ष के नेता के नाते दिया है या एक परिवार के सदस्य के रूप में? उन्होंने आरोप लगाया कि गांधी परिवार सार्वजनिक जीवन में रहकर राजनीतिक शक्ति और धन के लिए संवैधानिक पदों का दुरुपयोग करता रहा है।
विपक्षी गठबंधन में भी दरार की बात
भाजपा प्रवक्ता ने इंडिया गठबंधन पर भी निशाना साधा और कहा कि संसद के आगामी मानसून सत्र से पहले ही गठबंधन आंतरिक संघर्ष का सामना कर रहा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी द्वारा गठबंधन से अलग रुख अपनाने और केरल में सीपीआई(एम) द्वारा कांग्रेस पर हमले को गठबंधन की बिखरती स्थिति का संकेत बताया।
“राहुल को विदेश नीति की समझ नहीं”
सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर विदेश नीति को लेकर की गई आलोचनाओं पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि, “जो व्यक्ति सबसे ज़्यादा विदेश यात्रा करता है, उसे विदेश नीति की बुनियादी समझ नहीं है। विदेश मंत्री एस जयशंकर की चीन के राष्ट्रपति से मुलाकात पर राहुल गांधी का बयान बेतुका और अपरिपक्व है।”
ईडी की कार्रवाई क्या है?
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में अभियोजन शिकायत दायर की थी। ईडी ने वाड्रा और उनकी कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी प्रा. लि. से जुड़ी 43 अचल संपत्तियां जब्त की हैं, जिनकी कीमत लगभग 37.64 करोड़ रुपये बताई गई है। ये संपत्तियां राजस्थान, हरियाणा, यूपी, पंजाब और गुजरात में स्थित हैं।