लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार को व्यापार घाटा और आयात बढ़ने को लेकर केंद्र सरकार को घेरा। राहुल गांधी ने कहा कि निष्पक्ष व्यापार के बजाय सांठ-गांठ वाले व्यवसायों को प्राथमिकता दी जा रही है। इसके चलते विनिर्माण क्षेत्र कमजोर हो रहा है और मुद्रा का अवमूल्यन हो रहा है। उन्होंनें कहा कि जब व्यापार घाटा रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाता है तो ब्याज दरें बढ़ जाती हैं, खपत कम होने से महंगाई बढ़ जाती है। एक्स पर व्यापार घाटा और आयात अब तक के उच्चतम स्तर पर लिख्री एक पोस्ट को टैग करते हुए राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला। उन्होंने एक्स पर लिखा कि क्या होगा जब सरकार निष्पक्ष व्यापार की बजाय मित्रवत व्यापार को प्राथमिकता देगी? इसका परिणाम कमजोर विनिर्माण क्षेत्र, कमजोर होती मुद्रा, रिकॉर्ड उच्च व्यापार घाटा, उच्च ब्याज दरें, घटती खपत और बढ़ती मुद्रास्फीति होगा। व्यापार घाटा और आयात निष्पक्ष व्यापार की अनदेखी के चलते हो रहा है। देश से वस्तुओं का निर्यात अक्तूबर में दहाई अंकों में बढ़ने के बाद नवंबर, 2024 में सालाना आधार पर 4.85 फीसदी घटकर 32.11 अरब डॉलर रह गया। सोने के आयात में रिकॉर्ड तेजी से व्यापार घाटा एक साल पहले की तुलना में 77.56 फीसदी बढ़कर 37.84 अरब डॉलर के सार्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले महीने वनस्पति तेल, खाद और चांदी की अधिक खरीदारी से आयात सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर 69.95 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। इस अवधि में अब तक का सर्वाधिक 14.8 अरब डॉलर का सोना आयात किया गया, जो सालाना आधार पर 331 फीसदी अधिक है। नवंबर, 2023 में 3.5 अरब डॉलर का सोना खरीदा गया था।