नई दिल्ली/पटना। भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे और बिहार के लाल वैभव सूर्यवंशी ने एक और बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित एक भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैभव को ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ (PMRBP) से सम्मानित किया। खेल के क्षेत्र में उनके असाधारण प्रदर्शन और रिकॉर्ड तोड़ पारियों के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है।
सम्मान और गौरव का क्षण
राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में देश भर से चयनित प्रतिभाशाली बच्चों को सम्मानित किया गया। वैभव सूर्यवंशी को जब मंच पर बुलाया गया, तो पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
- विजेता की खुशी: राष्ट्रपति ने वैभव को पदक और प्रमाण पत्र प्रदान किया।
- हौसला अफजाई: इस अवसर पर वैभव ने कहा कि यह पुरस्कार उनके लिए एक बड़ी प्रेरणा है और वे भविष्य में भारतीय टीम के लिए विश्व कप जीतना चाहते हैं।
क्यों मिला यह पुरस्कार?
वैभव सूर्यवंशी ने बहुत ही कम उम्र में क्रिकेट की दुनिया में अपनी धाक जमाई है। उनकी उपलब्धियां किसी चमत्कार से कम नहीं हैं:
- सबसे युवा डेब्यू: वैभव ने महज 12-13 साल की उम्र में बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी खेलकर इतिहास रच दिया था। वे सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे कम उम्र में प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं।
- आईपीएल का रिकॉर्ड: हाल ही में संपन्न हुई IPL 2025 की नीलामी में वैभव को राजस्थान रॉयल्स ने खरीदकर आईपीएल इतिहास का सबसे युवा खिलाड़ी बनाया।
- शतकीय पारी: उन्होंने अंडर-19 क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार शतक जड़कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।
परिजनों और खेल प्रेमियों में खुशी
वैभव की इस उपलब्धि पर उनके पैतृक गांव और पूरे बिहार में जश्न का माहौल है। उनके पिता, जिन्होंने वैभव के शुरुआती प्रशिक्षण में बड़ी भूमिका निभाई, ने भावुक होते हुए कहा कि यह केवल वैभव की नहीं बल्कि हर उस बच्चे की जीत है जो अभावों के बावजूद अपने सपनों के लिए लड़ता है।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने वैभव जैसे युवाओं को विकसित भारत का ब्रांड एंबेसडर बताया जो अपनी मेहनत से देश का नाम रोशन कर रहे हैं।





