श्रीलंका और चीन ने अरबों डॉलर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के तहत उच्च गुणवत्ता वाले विकास को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके और प्रधानमंत्री हरिनी अमरसूर्या ने बीते मंगलवार और बुधवार को चीनी पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कॉन्फ्रेंस (सीपीपीसीसी) के उपाध्यक्ष किन बोयोंग से मुलाकात की।यह बैठकें दिसानायके की भारत यात्रा के बाद हुईं, जहां उन्होंने भारतीय नेताओं के साथ बातचीत की थी। इस बैठक में, श्रीलंकाई नेताओं ने आर्थिक और सामाजिक विकास में सहायता के लिए चीन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘नई सरकार संयुक्त रूप से उच्च गुणवत्ता के साथ बेल्ट एंड रोड का निर्माण करेगी और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करेगी।’ उन्होंने यह भी कहा कि श्रीलंका एक-चीन सिद्धांत का पालन करेगा और चीन के साथ उच्च स्तर का आदान-प्रदान बनाए रखना चाहता है।चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का यह प्रमुख प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य चीन के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाना है। भारत ने इस परियोजना की आलोचना की है, यह कहते हुए कि इन परियोजनाओं को अंतरराष्ट्रीय मानकों, सुशासन और कानून के शासन पर आधारित होना चाहिए और खुलेपन, पारदर्शिता और वित्तीय स्थिरता के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए।