राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बीते 20 जनवरी को शपथ लेने के बाद कई बड़े फैसले कर चुके हैं। अवैध प्रवासियों को निकाले जाने, चीन-कनाडा और मैक्सिको जैसे देशों पर टैरिफ लगाने का फैसला सर्वाधिक चर्चा में रहा है। ताजा घटनाक्रम में अमेरिका ने गल्फ ऑफ मैक्सिको यानी ‘मैक्सिको की खाड़ी’ का नाम बदलकर ‘अमेरिका की खाड़ी’ करने का एलान किया है। व्हाइट हाउस ने ट्रंप प्रशासन के इस अहम फैसले के बारे में एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया है कि फ्लोरिडा से टेक्सास होते हुए मैक्सिको तक फैले जल मार्ग को अब अमेरिका की खाड़ी नाम से जाना जाएगा। अमेरिका ने कहा है कि अन्य देशों पर भी ऐसा ही करने का दबाव बनाया जा रहा है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने इस अहम फैसले के बारे में बुधवार को बताया कि लुइसियाना के तट के पास के बने जल निकाय को अब ‘अमेरिका की खाड़ी’ कहा जाएगा, यह पूरी तरह सच है। उन्होंने कहा, वर्तमान अमेरिकी प्रशासन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। लेविट ने कहा, ‘हम इसे (खाड़ी के नाम को) न केवल यहां के लोगों के लिए, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों के लिए भी बदलेंगे।’बता दें कि 47वें अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर ‘अमेरिका की खाड़ी’ रखने का एलान कर दिया था। 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण के तत्काल बाद ट्रंप ने इस संबंध में एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए थे।ट्रंप के हस्ताक्षर करने के बाद मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने ट्रंप के इस कदम को खारिज करने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने कहा, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप खाड़ी के अमेरिकी हिस्से के लिए अपनी पसंद के नाम का इस्तेमाल कर सकते हैं। उन्होंने कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर के तुरंत बाद कहा था, ‘हमारे लिए, यह अब भी मैक्सिको की खाड़ी है और पूरी दुनिया के लिए भी यह मैक्सिको की खाड़ी ही रहेगी।’