राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह जल्द ही दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे। जस्टिस वर्मा के सरकारी आवास से नकदी बरामद होने के बाद सभापति ने सोमवार को सदन के नेता जेपी नड्डा और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक की। बैठक में धनखड़ ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार किसी सीजेआई ने सभी सामग्री को सार्वजनिक डोमेन में रखा है और न्यायालय के साथ कुछ भी छिपाए बिना इसे साझा किया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अस्वस्थता को मिटाने की जरूरत है, ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न आए। न्यायपालिका से संबंधित मामले पर सोमवार को सदन के नेता जेपी नड्डा और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बैठक के बाद सभापति धनखड़ ने कहा कि हमारे बीच न्यायपालिका के मन में उठने वाले मुद्दों पर सार्थक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि खरगे की ओर से इस मुद्दे पर सदन के नेताओं के साथ विचार-विमर्श करने का सुझाव आया। हम तीनों की इस पर सहमति बनी है और उसके अनुसार जल्द ही एक बैठक निर्धारित की जाएगी। वह राज्यसभा में सदन के नेताओं को इस पर निर्णय लेने के लिए आमंत्रित करेंगे।राष्ट्रीय न्यायिक नियुक्ति आयोग (एनजेएसी) अधिनियम को रद्द करने के सुप्रीम कोर्ट के अक्तूबर 2015 के फैसले के मुखर आलोचक धनखड़ ने जस्टिस वर्मा के मामले में न्यायपालिका की आंतरिक प्रतिक्रिया को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया। उन्होंने कहा कि न्यायपालिका और विधायिका जैसी संस्थाएं अपने उद्देश्य को सबसे अच्छे तरीके से तभी पूरा करती हैं जब उनका आंतरिक तंत्र प्रभावी, तेज और जनता के विश्वास को बनाए रखने वाला होता है।