राजाजी टाइगर रिजर्व में पर्यटकों के लिए रोमांच और आकर्षण का एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। आगामी पर्यटन सीजन में यहां हाथी सफारी की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत दो प्रशिक्षित मादा हाथी — ‘राधा’ और ‘रंगीली’ पर्यटकों को जंगल की अनोखी और रोमांचकारी सैर कराएंगी।
रिजर्व प्रशासन के अनुसार, दोनों हाथियों को पर्यटक गतिविधियों के लिए पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जा चुका है। सफारी के निर्धारित मार्गों और सुरक्षा प्रोटोकॉल को अंतिम स्वरूप दे दिया गया है, और जल्द ही इसे आधिकारिक रूप से शुरू किया जाएगा। शुरुआत में सफारी रिजर्व के दो अलग-अलग जोनों में संचालित की जाएगी, ताकि पर्यटक जंगल के विविध वन्य परिवेश और जैव विविधता का अनुभव कर सकें।
अधिकारियों का कहना है कि हाथी सफारी के माध्यम से पर्यटक वन्यजीव संरक्षण, प्राकृतिक आवास तथा पारिस्थितिकी तंत्र को पहले से अधिक नज़दीक से समझ पाएंगे। सामान्य जीप सफारी के विपरीत, हाथी पर बैठकर जंगल के भीतर जाने से पर्यटकों को प्राकृतिक जीवन का वास्तविक, धीमा और शांत अनुभव मिलेगा, जिससे कई बार ऐसे दृश्य भी देखने को मिल सकते हैं जो तेज़ आवाज़ और वाहन की हलचल में छूट जाते हैं।
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि हाथी सफारी न केवल पर्यटक अनुभव को समृद्ध करेगी, बल्कि स्थानीय वन्यजीव जागरूकता को भी बढ़ाएगी। इससे पार्क में नियंत्रित पर्यटकीय गतिविधियों के माध्यम से राजस्व बढ़ने की भी उम्मीद है, जिसका उपयोग संरक्षण और वन्यजीव प्रबंधन कार्यों में किया जाएगा।
रिजर्व प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा और पशुओं के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात दोहराई है। सफारी सीमित समय और सीमित संख्या में पर्यटकों के लिए ही आयोजित की जाएगी, ताकि पर्यावरणीय संतुलन और पशुओं के जीवन पर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े।
राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी सफारी की शुरुआत रोमांच प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक अनूठा अनुभव साबित होने वाली है। आने वाले हफ्तों में इसके स्लॉट, समय और टिकट को लेकर आधिकारिक घोषणा की जाएगी।





