वाशिंगटन / मॉस्को। ट्रम्प प्रशासन कथित तौर पर रूस के साथ मिलकर एक गुप्त 28-बिंदु (28-point) शांति प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसका मकसद यूक्रेन में चल रहे युद्ध को समाप्त करना है। Axios समेत कई स्रोतों ने इस व्यापक रोडमैप की जानकारी साझा की है, जो गाजा में ट्रम्प के पिछले शांति प्रस्ताव से प्रेरित बताया जा रहा है।
क्या है यह 28-बिंदु योजना?
- रिपोर्ट्स के अनुसार, इस योजना को चार मुख्य स्तंभों (बकेट्स) में बांटा गया है:
- यूक्रेन में शांति— युद्धविराम और संघर्ष खत्म करने की संरचना।
- सुरक्षा गारंटी— रूस-यूक्रेन दोनों पक्षों को दी जाने वाली गारंटियां जो भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
- यूरोप में दीर्घकालीन सुरक्षा— पूरे यूरो क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने के लिए ढांचा।
- भविष्य में अमेरिका–रूस–यूक्रेन संबंध— युद्ध के बाद तीनों देशों के आपसी राजनीतिक और आर्थिक रिश्तों की रूपरेखा।
- इस योजना के मसौदे का नेतृत्व ट्रम्प के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ(Steve Witkoff) कर रहे हैं। उन्होंने रूस की ओर से किरील दिमित्रिव (Kirill Dmitriev) के साथ विस्तार से चर्चा की है।
- दिमित्रिव ने अक्टूबर में मियामी में हुई बैठकों का उल्लेख किया है, जहाँ उन्होंने ट्रम्प प्रशासन की टीम के साथ तीन दिनों तक բանակցाएँ की थीं।
- इसके अलावा, विटकॉफ ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की के सुरक्षा सलाहकार रुस्तम उमरोव(Rustem Umerov) से भी इस योजना पर बातचीत की है।
- रिपोर्ट्स यह भी कहती हैं कि अमेरिकी प्रशासन ने यूरोपीय देशों को इस शांति प्रस्ताव पर जानकारी देना शुरू कर दी है।
चुनौतियाँ और विवाद
- योजना का विवादास्पद बिंदु अभी भी यह है कि यह पूर्वी यूक्रेन(जहाँ रूसी सेनाएं हैं) में क्षेत्रीय नियंत्रण जैसे जटिल मुद्दों को कैसे संबोधित करेगी। कुछ स्रोतों के मुताबिक, यह स्पष्ट नहीं है कि मसौदा रूस की मांगों को कितनी स्वीकार करेगा।
- क्रेमलिनने इस रिपोर्ट पर संयम दिखाया है। पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि फिलहाल ऐसी कोई नई शांति पहल नहीं है जिसे वे सार्वजनिक कर सकें।
- रूस ने पहले यू. एस. की शांति प्रस्तावों को “मौजूदा रूप में स्वीकार नहीं किया जा सकता” कहा है और कुछ मांगों को “मूल कारणों” से जोड़कर महत्वपूर्ण ठहराया है।
क्यों है यह पहल मायने रखती है?
- राजनीतिक महत्व
ट्रम्प का यह कदम दर्शाता है कि वह यूक्रेन संघर्ष में एक सक्रिय मध्यस्थ की भूमिका फिर से निभाना चाहता है। यह न केवल युद्ध विराम की दिशा में है, बल्कि भविष्य में अमेरिका-रूस-यूक्रेन की कूटनीति को नए फ्रेम में सेट कर सकता है। - सुरक्षा की पुनर्रचना
अगर यह योजना खरीदी जाती है, तो यह यूरोपीय सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा बदलाव ला सकती है — खासकर उन देशों के लिए जो लंबे समय से रूस-यूक्रेन तनाव का केंद्र रहे हैं। - यूरोपीय और वैश्विक प्रतिक्रिया
यूरोप के देशों की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि वे इस तरह की वार्ता की स्थिरता और उसकी विश्वसनीयता पर संदेह कर सकते हैं। इसके अलावा, यदि झांकी स्पष्ट न हो तो यह यूरोपीय सुरक्षा गठबंधनों के लिए चुनौती बन सकती है। - युद्ध का मानवीय और आर्थिक असर
शांति समझौता न केवल युद्ध को रोकने में मदद कर सकता है, बल्कि पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास के लिए रास्ते खोल सकता है। यह यूक्रेन के लिए लंबे समय में एक स्थिर भविष्य की नींव भी हो सकता है।




