थाईलैंड के मै सोट (Mae Sot) से म्यांमार के साइबर स्कैम केंद्रों में फंसे 125 भारतीय नागरिकों को भारतीय वायुसेना (IAF) की विशेष उड़ान के जरिए भारत वापस लाया गया है। यह सभी लोग म्यांमार–थाईलैंड सीमा के म्यावाडी क्षेत्र में स्थित उन स्कैम केंद्रों में फंसे थे, जहां उन्हें फर्जी नौकरी के झांसे में ले जाया गया था और बाद में साइबर धोखाधड़ी गतिविधियों में धकेल दिया गया।
भारतीय दूतावास (थाईलैंड) और यांगून (म्यांमार) ने स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर इन लोगों की रिहाई सुनिश्चित की। आईएएफ के दो विमान मै सोट से संचालित किए गए, जिनके माध्यम से यह समूह भारत लौटा। इस ताज़ा चरण के साथ, म्यांमार के स्कैम केंद्रों से अब तक लगभग 1,500 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया जा चुका है। इससे पहले मार्च में भी 549 भारतीयों को दो विशेष उड़ानों से भारत पहुंचाया गया था।
सूत्रों के अनुसार, इन नागरिकों को थाईलैंड की सीमा पर तब रोका गया जब वे म्यावाडी से मै सोट की ओर भागकर सुरक्षा की तलाश में पहुंचे थे। इस प्रकरण में भारत और थाईलैंड के बीच सहयोग को और मजबूत किया गया है, ताकि ऐसे अंतरराष्ट्रीय अपराध नेटवर्क को तोड़ा जा सके। विदेश मंत्रालय ने लोगों को आगाह किया है कि विदेशी नौकरी के अवसरों का चयन करते समय भर्ती एजेंटों और नियोक्ताओं की प्रमाणिकता की अच्छी तरह जांच कर लें।
यह अभियान दर्शाता है कि भारत सरकार विदेशों में फंसे अपने नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए सक्रिय है। साथ ही यह घटनाएं साइबर फ्रॉड और मानव तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों की गंभीरता को भी रेखांकित करती हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में ऐसे मामलों को रोकने के लिए जागरूकता बढ़ाना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को और सुदृढ़ करना आवश्यक होगा।





