तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा पर निशाना साधा है। टीएमसी के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने गुरुवार को केंद्र को मनरेगा और आवास योजना के तहत वितरित धन पर एक श्वेत पत्र प्रकाशित करने की चुनौती दी। उन्होंने भाजपा को मामले में खुली बहस में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद सरकार अगर यह साबित कर दे कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के लिए बकाया धनराशि जारी की है तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। इसके अलावा उन्होंने मोदी की गारंटी को शून्य वारंटी वाला बताया। बनर्जी गुरुवार को जलपाईगुड़ी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने अखबारों में विज्ञापन जारी किया है, जिसमें कहा कि उन्होंने बंगाल को पैसा दिया। मैंने सुबह ट्वीट कर कहा कि अगर वह मनरेगा और आवास योजना के तहत वितरित धन पर एक श्वेत पत्र पेश कर सकें तो मैं उनके साथ कहीं भी बहस कर सकता हूं। केंद्र को एक रिपोर्ट पेश करनी चाहिए, जिससे यह साबित हो सके कि उन्होंने पिछले तीन वर्षों में पश्चिम बंगाल को कितनी धनराशि आवंटित की है। उन्होंने प्रधानमंत्री से यह बताने का भी आग्रह किया कि विधानसभा चुनावों में हार के बाद से बंगाल की फंडिंग क्यों रोकी गई है। अगर वे यह सब साबित कर सकें तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार नागरिकता साबित करने के लिए दूसरों से कागज मांग रही है। वे पहले यह साबित कर दें कि उन्होंने बंगाल को धन क्यों नहीं जारी किया है। बंगाल के अलावा अन्य सभी राज्यों को मनरेगा धनराशि प्राप्त हुई है। टीएमसी नेता ने कहा कि मोदी की गारंटी की शून्य वारंटी है। बनर्जी ने भाजपा को बंगाल विरोधी करार दिया है। मैं एक वीडियो दिखा सकता हूं कि पीएम मोदी कितना झूठ बोलते हैं। मोदी जी की गारंटी की शून्य वारंटी है लेकिन टीएमसी अपने वादों को हमेशा निभाती है। भाजपा और पीएम गारंटी-वारंटी की बात करते हैं लेकिन अहम बात तो यह है कि जो लोग बंगाल में ही नहीं रहते वे कैसे गारंटी दे सकते हैं।