मस्कट/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी आधिकारिक विदेश यात्रा के तहत ओमान की राजधानी मस्कट पहुँचे, जहाँ उनका अभूतपूर्व स्वागत किया गया। हवाई अड्डे पर ओमान के वरिष्ठ अधिकारियों ने उनकी अगवानी की, जिसके बाद पीएम मोदी ने वहाँ रह रहे भारतीय समुदाय (Indian Diaspora) के लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने प्रवासी भारतीयों को भारत का ‘सच्चा राजदूत’ बताते हुए उनकी कड़ी मेहनत और मातृभूमि के प्रति उनके लगाव की जमकर सराहना की।
प्रवासी भारतीयों के बीच ‘मोदी-मोदी’ के नारे
- सांस्कृतिक जुड़ाव: मस्कट में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में हजारों की संख्या में भारतीय नागरिक शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि ओमान में रह रहे भारतीय दोनों देशों के बीच एक मजबूत सेतु का काम कर रहे हैं।
- विकास की गूँज: प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारत की बढ़ती आर्थिक शक्ति और तकनीकी प्रगति का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत को उम्मीदों की नजर से देख रही है।
- भावुक संबोधन: पीएम मोदी ने ओमान के विकास में भारतीयों के योगदान को गौरवशाली बताया और कहा कि संकट के समय में भारतीय समुदाय ने हमेशा एकजुटता दिखाई है।
भारत-ओमान द्विपक्षीय वार्ता के मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री ने ओमान के सुल्तान और शीर्ष नेतृत्व के साथ भारत-ओमान मित्रता को नई ऊँचाइयों पर ले जाने के लिए विस्तृत चर्चा की।
| चर्चा के प्रमुख क्षेत्र | उद्देश्य |
| रक्षा और सुरक्षा | समुद्री सुरक्षा और खाड़ी क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करना। |
| ऊर्जा सहयोग | हरित हाइड्रोजन (Green Hydrogen) और नवीकरणीय ऊर्जा में निवेश। |
| व्यापार और निवेश | भारतीय कंपनियों के लिए ओमान में नए बाजार खोलना। |
| डिजिटल कनेक्टिविटी | डिजिटल भुगतान और फिनटेक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाना। |
सामरिक दृष्टि से ओमान का महत्व
भारत के लिए ओमान न केवल एक व्यापारिक साझेदार है, बल्कि सामरिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
- दुक्म पोर्ट (Duqm Port): हिंद महासागर में भारत की पहुंच मजबूत करने के लिए ओमान का दुक्म बंदरगाह रणनीतिक रूप से अहम है।
- खाद्य सुरक्षा: दोनों देशों ने खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि उत्पादों के आयात-निर्यात पर नई सहमति जताई है।
- गल्फ विजन: भारत की ‘वेस्ट एशिया’ नीति में ओमान एक प्रमुख स्तंभ के रूप में उभरा है।
नई ऊर्जा के साथ बढ़ते संबंध
प्रधानमंत्री की इस यात्रा ने भारत और ओमान के सदियों पुराने व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंधों को आधुनिक संदर्भ में नई ऊर्जा दी है। ओमान के सुल्तान ने भी पीएम मोदी के विजन की सराहना की और भारत को अपना सबसे विश्वसनीय मित्र बताया।





