पर्यटन नगरी मसूरी में जलभराव और भूधंसाव जैसी समस्याओं से निपटने के लिए अब स्थायी समाधान की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। सिंचाई विभाग ने मसूरी के लिए 22 किलोमीटर लंबी ड्रेनेज योजना का खाका तैयार कर लिया है, जिसकी अनुमानित लागत ₹245.97 करोड़ (लगभग ढाई अरब) आंकी गई है।
सात जोन में बांटी गई योजना
• मसूरी के 11 वार्डों को सात जोन में विभाजित करते हुए ड्रेनेज सिस्टम की योजना तैयार की गई है।
• प्रत्येक जोन के लिए केंद्रीकृत जल निकासी तंत्र प्रस्तावित किया गया है, ताकि बारिश के दौरान जलभराव और मिट्टी धंसने जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
योजना के मुख्य घटक
• कुल 50 क्रॉस ड्रेनेज संरचनाएं
• आरसीसी (RCC) ड्रेनेज, ओपन ड्रेनेज और अन्य तकनीकी ढांचे
• इन सभी को सात स्टॉर्म ड्रेनेज आउटफॉल से जोड़ा जाएगा
• आउटफॉल को स्थानीय गदेरे या जल निकासी स्रोतों से जोड़ा जाएगा, ताकि पानी सुचारु रूप से बह सके
🌧️ मसूरी में औसतन 1600 मिमी बारिश
मसूरी में हर वर्ष औसतन 1600 मिमी वर्षा होती है, जो नगर क्षेत्र में तेज बहाव और मिट्टी क्षरण का कारण बनती है। यही कारण है कि सुदृढ़ जल निकासी व्यवस्था को मसूरी के भू-संतुलन और संरचनात्मक सुरक्षा के लिए अनिवार्य माना जा रहा है।
🔍 DPR का परीक्षण जारी
• ड्रेनेज सिस्टम की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है
• फिलहाल यह रिपोर्ट विभागीय परीक्षण की प्रक्रिया में है
• अनुमोदन के बाद जल्द ही कार्य प्रारंभ होने की संभावना