राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज मणिपुर में एक नागरिक अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए राज्य को सभी के लिए सुरक्षित, समृद्ध और सशक्त बनाने का संकल्प दोहराया है। उन्होंने कहा कि वे जातीय हिंसा और उससे प्रभावित जनता के दर्द से पूरी तरह अवगत हैं और सरकार मणिपुर में शांति, सुरक्षा तथा विकास सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह राष्ट्रपति का मणिपुर का पहला दौरा है, जो राज्य में लंबे समय से जारी अस्थिरता की परिस्थितियों के बीच बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
समारोह में राष्ट्रपति ने ₹1,180 करोड़ की लागत वाली 14 प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला रखी तथा ₹207 करोड़ की लागत वाली 12 परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं का उद्देश्य राज्य के विविध क्षेत्रों जैसे जनजातीय विकास, कृषि, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, शिक्षा, खेल, पर्यटन, प्रशासन, सुरक्षा, सड़क एवं बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएँ न केवल रोजगार सृजित करेंगी, बल्कि मणिपुर के बुनियादी ढांचे और आर्थिक क्रियाकलापों में तेजी लाकर लोगों के जीवन की गुणवत्ता में भी सुधार करेंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि मणिपुर अपनी अतुलनीय सांस्कृतिक विविधता, साहस तथा धैर्य की भूमि है और इसके लोगों ने खेल, कला-संस्कृति, रक्षा तथा लोकसेवा जैसे क्षेत्रों में देश को महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने यह भी जोर दिया कि भारत सरकार संगति तथा समावेशी विकास की दिशा में काम कर रही है और राज्य के सभी समुदायों के लिए सौहार्द तथा स्थिरता सुनिश्चित करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
कार्यक्रम में मणिपुर के राज्यपाल, वरिष्ठ अधिकारी तथा स्थानीय प्रशासन के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने लोगों से आपसी सहयोग तथा विकास की भावना को मजबूत करने का आह्वान किया ताकि मणिपुर एक ऐसा राज्य बन सके जहाँ हर नागरिक सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त महसूस करे।
यह दौरा और परियोजना शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब मणिपुर में राज्य में जारी चुनौतियों तथा सामाजिक तनावों के बीच सामूहिक विकास और शांति बहाल करने की आवश्यकता को लेकर व्यापक चर्चा चल रही है।





