भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की सड़कों पर सार्वजनिक वाहन चलाने वाले ड्राइवरों के स्वास्थ्य को लेकर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। हाल ही में आयोजित एक विशेष स्वास्थ्य जांच शिविर के दौरान यह खुलासा हुआ है कि शहर में बस, ऑटो और टैक्सी चलाने वाले कम से कम 10 ड्राइवरों में कैंसर के प्रारंभिक लक्षण पाए गए हैं। यह रिपोर्ट न केवल ड्राइवरों की सेहत, बल्कि सड़क पर चलने वाले हजारों यात्रियों की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।
स्वास्थ्य शिविर में हुआ खुलासा
भोपाल पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस मेगा हेल्थ चेकअप कैंप में शहर के सैकड़ों ड्राइवरों की स्क्रीनिंग की गई थी। जांच का उद्देश्य ड्राइवरों की फिटनेस का आकलन करना था ताकि सड़क दुर्घटनाओं को कम किया जा सके।
- गंभीर लक्षण: जांच के दौरान 10 ड्राइवरों के मुंह और गले में ‘ल्यूकोप्लाकिया’ (Leukoplakia) जैसे लक्षण मिले हैं, जिन्हें कैंसर की शुरुआती अवस्था माना जाता है।
- मुख्य कारण: रिपोर्ट के अनुसार, इन ड्राइवरों में नशे की लत, विशेषकर तंबाकू, गुटखा और सिगरेट का अत्यधिक सेवन कैंसर के लक्षणों का मुख्य कारण बनकर उभरा है।
रिपोर्ट के अन्य चौंकाने वाले तथ्य
कैंसर के अलावा, रिपोर्ट में ड्राइवरों की सेहत से जुड़ी कई अन्य गंभीर समस्याएं भी उजागर हुई हैं:
- कमजोर दृष्टि (Weak Eyesight): जांच में शामिल लगभग 25 प्रतिशत ड्राइवरों की नजर कमजोर पाई गई। हैरानी की बात यह है कि इनमें से कई बिना चश्मे के ही भारी वाहन चला रहे थे।
- उच्च रक्तचाप और तनाव: लंबे समय तक ड्राइविंग और नींद की कमी के कारण 40 प्रतिशत से अधिक ड्राइवर हाई ब्लड प्रेशर (Hypertension) और मानसिक तनाव से ग्रस्त मिले।
- फेफड़ों की समस्या: यातायात के धुएं और प्रदूषण के बीच रहने के कारण कई ड्राइवरों में अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों के शुरुआती लक्षण भी दिखे हैं।
यात्रियों की सुरक्षा पर संकट
सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यदि वाहन चलाने वाला व्यक्ति शारीरिक या मानसिक रूप से अस्वस्थ है, तो वह सड़क पर एक ‘चलता-फिरता टाइम बम’ है।
- दुर्घटना का डर: नजर कमजोर होने या अचानक तबीयत बिगड़ने से बड़ी सड़क दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
- लापरवाही: कई ड्राइवरों ने स्वीकार किया कि काम के दबाव और समय की कमी के कारण वे वर्षों से अपनी नियमित जांच नहीं करा पाए थे।
प्रशासन की सख्त तैयारी
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद परिवहन विभाग और पुलिस प्रशासन अब सख्त कदम उठाने की तैयारी में है:
- नियमित जांच अनिवार्य: अब कमर्शियल ड्राइविंग लाइसेंस के नवीनीकरण (Renewal) के लिए विस्तृत मेडिकल रिपोर्ट अनिवार्य की जा सकती है।
- काउंसलिंग सत्र: जिन ड्राइवरों में कैंसर के लक्षण मिले हैं, उन्हें तत्काल इलाज शुरू करने और नशा छोड़ने के लिए काउंसलिंग दी जा रही है।
- फिटनेस कार्ड: प्रशासन ड्राइवरों के लिए एक डिजिटल हेल्थ कार्ड जारी करने पर विचार कर रहा है, जिसे समय-समय पर अपडेट करना होगा।





