उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में शुक्रवार को जमकर बारिश हुई। इस दौरान अलकनंदा और भागीरथी नदी का जलस्तर बढ़ा रहा। देर शाम गंगोत्री घाटी के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के कारण गंगोत्री धाम में अचानक भागीरथी का जलस्तर बढ़ने से अफरा तफरी मच गई। हालांकि समय रहते सभी श्रद्धालु सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया। जल स्तर बढ़ने के कारण धाम के स्नान घाट जलमग्न हो गए हैं। वहीं सुरक्षा को देखते हुए एसडीआरएफ और पुलिस टीम मौके पर तैनात है। पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष सतेन्द्र सेमवाल ने कहा कि जलस्तर बढ़ा था, लेकिन अब स्तिथि दोबारा सामान्य हो गई है। खतरे की अब कोई बात नहीं है उपरी क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के कारण श्रीनगर और देवप्रयाग में अलकनंदा नदी का जल स्तर खतरे के निशान से करीब एक से दो मीटर नीचे रहा। श्रीनगर में अलकेश्वर घाट और कीर्तिनगर में ढुंडप्रयाग स्नान घाट जलमग्न रहा। जबकि देवप्रयाग में अलकनंदा नदी के उफान पर रही। दोपहर को अलकनंदा नदी का जल स्तर 460.30 मीटर तक पहुंच गया। इसके चलते गंगा का जल स्तर बढ़ने से यहां संगम स्थल का निचला हिस्सा, रामकुंड घाट, फुलेडी घाट आदि पूरी तरह जलमग्न हो गया। वहीं भागीरथी नदी क्षेत्र में करीब दो किलोमीटर तक अलकनंदा का पानी भर गया।





