प्रदेश में जारी मूसलधार बारिश के चलते दो स्टेट हाईवे सहित कुल 106 मार्गों पर आवाजाही ठप हो गई है। सड़कों पर मलबा और जलभराव की वजह से न केवल यातायात बाधित हुआ है बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, शुक्रवार सुबह तक कुल 179 सड़कें बंद हो गई थीं, जिनमें से देर शाम तक 73 मार्गों को खोल दिया गया, लेकिन शेष मार्गों पर अब भी मलबा हटाने का कार्य जारी है।
विधानसभा से 5 किमी दूर भी सड़कें बंद
मोथरोवाला-दूधली मार्ग, जो विधानसभा भवन से केवल पांच किलोमीटर की दूरी पर है, चार घंटे तक बंद रहा। बारिश के बाद रात को मार्ग पर भारी मलबा आ गया, जिससे दौड़वाला के पास रास्ता अवरुद्ध हो गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क किनारे जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से गड्ढों और जलभराव की समस्या बनी हुई है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बना है।
सड़कें गड्ढों में तब्दील, स्थानीय लोग परेशान
डोईवाला विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत दूधली, मोथरोवाला, बालावाला और मियावाला क्षेत्रों में सड़कें जगह-जगह से टूटी हुई हैं। स्थानीय निवासी दीपक कुमार और मोहन सिंह ने बताया कि यह वही क्षेत्र है जिसने राज्य को दो मुख्यमंत्री दिए हैं, बावजूद इसके सड़कें बेहाल हैं और विकास नदारद है।
लच्छीवाला टोल टैक्स से बचने वाले यात्रियों की भी मुसीबत
लोग लच्छीवाला टोल से बचने के लिए दूधली-मोथरोवाला मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन सड़क की खराब हालत के कारण यात्रा जोखिमभरी और असुविधाजनक हो गई है। ग्रामीण सड़कों की मरम्मत और मलबा हटाने का कार्य धीमी गति से चल रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश और चिंता दोनों बढ़ रहे हैं।
जनप्रतिनिधियों और संबंधित विभागों से क्षेत्रीय लोगों ने जल्द राहत कार्य तेज करने की मांग की है।