Wednesday, October 22, 2025

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भारत से लौटीं कनाडाई विदेश मंत्री बोलीं: दोनों देशों की सार्थक बातचीत जारी, बिश्नोई गैंग पर भी दिया बयान

नई दिल्ली/ओटावा। कनाडा की विदेश मंत्री सोनीया बोस भारत की हालिया यात्रा से लौटने के बाद अपने प्रवास और द्विपक्षीय वार्ताओं पर विस्तार से मीडिया को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत और कनाडा के बीच सार्थक और सकारात्मक बातचीत जारी रही, जिसमें दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, शिक्षा और सुरक्षा सहयोग के मुद्दों पर विशेष जोर दिया गया।

द्विपक्षीय संबंधों में सुधार और सहयोग

विदेश मंत्री बोस ने कहा कि भारत दौरे के दौरान दोनों देशों ने राजनीतिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। उन्होंने बताया कि शिक्षा, तकनीकी सहयोग और पर्यावरणीय मुद्दों को लेकर दोनों देशों के अधिकारियों के बीच गहन चर्चा हुई। बोस ने कहा कि यह यात्रा कनाडा और भारत के रिश्तों को नई दिशा देने वाली साबित हुई है।

भारत की यात्रा के दौरान चर्चा में आए बिश्नोई गैंग के मामलों पर बोस ने स्पष्ट बयान दिया। उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार कानून और न्याय के पालन के प्रति प्रतिबद्ध है और किसी भी गैरकानूनी गतिविधि को समर्थन नहीं करती। उन्होंने यह भी कहा कि दोनों देशों के सुरक्षा और न्याय विभागों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए निरंतर संपर्क बनाए रखा जाएगा।

विदेश मंत्री ने बताया कि भारत यात्रा के दौरान कनाडाई निवेशकों और भारतीय उद्योगपतियों के बीच बैठकें आयोजित की गईं। दोनों देशों ने यह सुनिश्चित किया कि निवेश के लिए सुविधाजनक माहौल और नीति समर्थन उपलब्ध रहे। बोस ने कहा कि यह पहल दोनों देशों की आर्थिक साझेदारी को और गहरा करेगी।

सोनीया बोस ने यह भी कहा कि शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना कनाडा की प्राथमिकता है। भारत में उच्च शिक्षा और तकनीकी संस्थानों के साथ साझेदारी और छात्र आदान-प्रदान कार्यक्रम को आगे बढ़ाने पर भी जोर दिया गया।

विदेश मंत्री ने सुरक्षा और रणनीतिक मामलों पर भी बातचीत होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा, सीमा सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी सहयोग के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच बातचीत और समझौते निरंतर जारी रहेंगे।

कनाडा की विदेश मंत्री का यह दौरा दोनों देशों के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत करने के लिहाज से महत्वपूर्ण रहा। बिश्नोई गैंग मामले पर स्पष्ट रुख और व्यापार, शिक्षा तथा सुरक्षा सहयोग पर चर्चा ने दोनों देशों के बीच भरोसे और समन्वय को बढ़ावा दिया है।

 

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