विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्विट्जरलैंड के अपने समकक्ष इग्नाजियो डेनियल जियोवानी कैसिस के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा कर भारत व 4 देशों के यूरोपीय ब्लॉक (ईएफटीए) के बीच ट्रेड समझौते पर जोर दिया। ईएफटीए में आइसलैंड, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे और लिकटेंस्टीन शामिल हैं। शनिवार को जयशंकर की दो दिनी यात्रा खत्म हुई, जिसमें मुक्त व्यापार समझौते पर विस्तृत चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा, दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए भारत और ईएफटीए देशों के बीच मुक्त व्यापार सौदे का लाभ उठाने की अपील के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की। भारत ने मार्च में यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) के साथ व्यापार- आर्थिक साझेदारी समझौते (टीईपीए) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत नई दिल्ली को 100 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धता प्राप्त हुई। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क, डब्ल्यूएचओ महानिदेशक डॉ. टेड्रॉस गेब्रेयेसिस के साथ बहुपक्षवाद, मानवाधिकारों पर भारत के दृष्टिकोण पर विचार रखे। विदेश मंत्री जयशंकर ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत एक पेड़ भी लगाया। उन्होंने स्थायी मिशन में भारतीय समुदाय और भारत के मित्रों की एक बड़ी सभा के साथ बातचीत की। साथ ही भारत द्वारा की गई तीव्र प्रगति और दुनिया के साथ जुड़ने के भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
जयशंकर ने सार्वजनिक स्वास्थ्य सहयोग गहराने, वैश्विक स्तर पर पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियां बढ़ाने पर भी चर्चा की। जिनेवा में भारत का स्थायी मिशन भी समर्पित किया। इसमें यूएन व अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों, निरस्त्रीकरण सम्मेलन, विश्व व्यापार संगठन और भारत के महावाणिज्य दूतावास संबंधी भारतीय मिशन शामिल हैं।
भारत-अर्जेंटीना ने विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के 7वें दौर का आयोजन किया, जहां दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण आयाम व द्विपक्षीय सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों पर चर्चा की। इसमें राजनीतिक, व्यापार और आर्थिक संबंधों के अलावा, स्वास्थ्य सेवा, फार्मा, ऊर्जा, खनन, रक्षा, रेलवे, कृषि, परमाणु, अंतरिक्ष में सहयोग की समीक्षा हुई।