इटली की पीएम जॉर्जिया मेलनी ने शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ उत्तरी इटली के सेर्नोबियो शहर में बैठक की। बातचीत के बाद मेलोनी ने कहा कि भारत और चीन रूस-यूक्रेन विवाद को सुलझा सकते हैं। इससे पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी मौजूदा संकट को समाप्त करने में भारत के प्रयासों पर जोर दिया था। इतालवी मीडिया के अनुसार, पीएम मेलनी ने कहा, रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने में चीन और भारत को भूमिका निभानी चाहिए।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं सोचना चाहिए कि यूक्रेन को उसके भाग्य पर छोड़ कर संघर्ष का समाधान किया जा सकता है।’ मेलोनी ने यूक्रेन के लिए अपनी सरकार के पूर्ण समर्थन की पुष्टि करते हुए कहा, ‘कीव को समर्थन देने का निर्णय इटली के राष्ट्रीय हित के अनुरूप है और यह कभी नहीं बदलेगा।’इससे पहले व्लादिवोस्तोक में बृहस्पतिवार को 9वें ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस मुद्दे को सुलझाने में मदद करने में भारत की भूमिका का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि मैं चीन, ब्राजील, भारत में अपने साझेदारों के संपर्क में हूं। मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि इन देशों के नेताओं का एक दूसरे के साथ विश्वास का रिश्ता है, मुझे भरोसा है कि वे हमारी मदद करने में रुचि लेंगे।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा किया था, इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की को बताया था कि यूक्रेन और रूस दोनों को चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए समय बर्बाद किए बिना एक साथ बैठना चाहिए। भारत क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत संघर्ष की शुरुआत से ही शांति के पक्ष में था और वह संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए व्यक्तिगत रूप से भी योगदान देना चाहेंगे।