अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा कि वह ईरान और इस्राइल के बीच भी उसी तरह समझौता करा सकते हैं जैसे उन्होंने कट्टर दुश्मनों भारत-पाकिस्तान के बीच कराया। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ट्रंप ने दावा किया कि ईरान और इस्राइल संघर्ष को लेकर कई फोन वार्ताओं और बैठकों का दौर जारी है। उन्होंने कहा, ईरान और इस्राइल को भी डील करनी चाहिए और हम इसे सुनिश्चित करेंगे, ठीक उसी तरह जैसे मैंने भारत और पाकिस्तान में कराया। ट्रंप ने दोहराया कि उन्होंने व्यापार कि जरिए भारत-पाकिस्तान में संघर्ष विराम कराया था। वहीं, ट्रंप ने इस्राइल के हमलों की एक बार तारीफ की मगर स्पष्ट किया कि इनमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने सोशल मीडिया पर ईरान को धमकी दी, यदि किसी भी रूप में हम पर हमला हुआ तो अमेरिकी सैन्य बल पूरी ताकत से उस स्तर पर आप पर टूट पड़ेगी जैसा पहले कभी नहीं देखा गया होगा।इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि इस्राइल में निर्दोष लोगों को निशाना बनाने की ईरान को बड़ी कीमत चुकानी होगा। तेल अवीव के नजदीक बात याम में ईरान के मिसाइल हमले में 7 लोगों की मौत और दर्जनों के घायल होने के बाद घटना स्थल का दौरा करने के बाद नेतन्याहू ने कहा, हम अपना लक्ष्य हासिल करेंगे, उनके ऊपर पूरी ताकत से हमला बोलेंगे। इस बीच यमन के हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि वे ईरान के साथ तालमेल कर इस्राइल पर हमला कर रहे हैं।वाशिंगटन में दो अमेरिकी अधिकारियों ने मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को मारने की इस्राइल की योजना को वीटो कर दिया था। इन अधिकारियों ने कहा, जब तक ईरान किसी अमेरिकी पर हमला नहीं करता तब तक हम उसके राजनीतिक नेतृत्व पर हमला करने की बात नहीं सोच रहे।
भारत-पाकिस्तान की तरह डील करें ईरान-इस्राइल, ट्रंप ने कहा- तेहरान पर हमलों में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं
