काठमांडू। भारत सरकार ने नेपाल के शिक्षा क्षेत्र को सहयोग देने के तहत 81 नई स्कूल बसें नेपाल के विभिन्न शिक्षण संस्थानों को दान की हैं। यह दान दोनों देशों के ऐतिहासिक और पारंपरिक रिश्तों को और मजबूती देने के उद्देश्य से किया गया है। बसों का वितरण समारोह नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित किया गया, जिसमें भारत के राजदूत और नेपाल के शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी उपस्थित थे।
भारत सरकार के शिक्षा और विकास सहयोग कार्यक्रम के तहत नेपाल के सरकारी और अर्ध-सरकारी स्कूलों को यह बसें प्रदान की गई हैं। अधिकारी बताते हैं कि इन बसों से ग्रामीण और दूरदराज़ के बच्चों को सुरक्षित और नियमित परिवहन मिलेगा, जिससे उनकी स्कूल जाने की सुविधा और शिक्षा तक पहुँच बढ़ेगी।
भारत के राजदूत ने कहा, “शिक्षा एक ऐसा क्षेत्र है जहां दोनों देशों के सहयोग से समाज और युवा पीढ़ी को सशक्त बनाया जा सकता है। इस दान से न केवल छात्रों की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि नेपाल में भारत के प्रति मित्रवत भावना और सहयोग की भावना भी मजबूत होगी।”
नेपाल और भारत के बीच ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्र में सहयोग इस साझेदारी को और मजबूती प्रदान करता है। शिक्षा क्षेत्र में यह सहयोग स्थानीय समुदायों और छात्रों के लिए सकारात्मक प्रभाव डालने के साथ-साथ दोनों देशों के बीच भरोसे और आपसी समझ को भी बढ़ाएगा।
नेपाल के शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बसों का वितरण विशेष रूप से पहाड़ी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों के लिए किया गया है। इससे स्कूल ड्रॉपआउट की दर कम करने और छात्रों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। स्थानीय समुदाय और अभिभावक इस सहयोग को अत्यंत स्वागत योग्य बता रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि शिक्षा क्षेत्र में भारत का यह सहयोग नेपाल के दीर्घकालिक विकास और मानव संसाधन सृजन में सहायक होगा। इसके अलावा, यह कदम दोनों देशों के बीच राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को भी मजबूत करता है।
राजदूत ने कहा कि भारत हमेशा नेपाल के विकास और छात्रों की भलाई के लिए तत्पर रहेगा और भविष्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीकी सहयोग के नए क्षेत्र खोजने का प्रयास जारी रहेगा।