Sunday, July 6, 2025

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भारत-चीन 1962 युद्ध की 62वीं वर्षगांठ मना रही है भारतीय सेना

भारतीय सेना की पूर्वी कमान गुरुवार को अरुणाचल प्रदेश के अंजॉ जिले के वालोंग में 1962 के भारत-चीन युद्ध की 62वीं वर्षगांठ मना रही है। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। सुबह वालोंग युद्ध स्मारक पर सेना के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। इससे पहले बुधवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) कैवल्य त्रिविक्रम परनायक शामिल हुए। वे  बड़ा खाना में शामिल हुए। यह कार्यक्रम देश इतिहास में भारतीय सैनिकों के साथ- साथ अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों के साहस और संकल्प का प्रमाण है।
भारतीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने बताया कि 62वां वालोंग दिवस न केवल अतीत को श्रद्धांजलि देने वाला होगा, बल्कि भारतीय सेना की साहसी आत्मा का एक जीवंत उत्सव भी होगा। यह कार्यक्रम देश इतिहास में भारतीय सैनिकों के साथ- साथ अरुणाचल प्रदेश के नागरिकों के साहस और संकल्प का प्रमाण है।

वालोंग दिवस के मौके पर आज पुनर्निर्मित वालोंग युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया जाएगा, जो देश के लिए प्राणों न्यौछा करने वाले बहादुर दिलों के सम्मान और आदर का प्रतीक है। इस दौरान एक भव्य पुष्पांजलि समारोह, एक विचारोत्तेजक युद्ध वर्णन और पारंपरिक मिस्मि और मेयोर जनजातियों के सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। इसके अलावा लामा स्पर में

इसके साथ ही शौर्य स्थल और सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा, जो क्षेत्र में कनेक्टिविटी और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए चल रहे प्रयासों को दर्शाएगा। युद्ध और अन्य साहसिक अभियानों के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले युद्ध नायकों, दिग्गजों और समान ढोने वाले स्थानीय समुदायों के परिवारों के परिजनों को सम्मानित करने के लिए एक विशेष अभिनंदन कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा। 6 कुमाऊं, 4 सिख, 3/3 जीआर, 4 डोगरा, 2/8 जीआर, 17 पारा फील्ड रेजिमेंट (आरटी),
44 हैवी मोटर (आरटी), 2 आसाम राइफल्स और 6 महार

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