नई दिल्ली/अक्रा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घाना यात्रा को सरकार ने बेहद सफल और ऐतिहासिक बताया है। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस यात्रा के दौरान भारत और घाना के बीच कई अहम समझौते हुए हैं, जो दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देंगे।
सरकार द्वारा गिनाई गई प्रमुख सफलताएं इस प्रकार हैं:
- द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार: दोनों देशों ने साझेदारी को व्यापक स्तर पर आगे बढ़ाने पर सहमति जताई।
- सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम (सीईपी): भारत और घाना के बीच सांस्कृतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसमें कला, संगीत, नृत्य, साहित्य और सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्र में आपसी आदान-प्रदान को मजबूती मिलेगी।
- मानकीकरण में सहयोग: भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) और घाना मानक प्राधिकरण (GSA) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। यह मानकीकरण, प्रमाणन और अनुरूपता मूल्यांकन के क्षेत्र में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाएगा।
- चिकित्सा क्षेत्र में साझेदारी: पारंपरिक और वैकल्पिक चिकित्सा संस्थान (ITAM), घाना और आयुर्वेद शिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान (ITRA), भारत के बीच भी एक महत्वपूर्ण समझौता हुआ। इसके तहत पारंपरिक चिकित्सा की शिक्षा, प्रशिक्षण और शोध में संयुक्त प्रयास किए जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने भारत-घाना संबंधों में एक नई ऊर्जा भर दी है और दोनों देशों के बीच रणनीतिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक सहयोग को गहराई प्रदान की है।
घाना का राष्ट्रीय सम्मान मिलने के बाद पीएम मोदी ने आभार प्रकट किया।
पश्चिमी अफ्रीकी देश घाना में देश के राष्ट्रीय सम्मान- ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना से सम्मानित किए जाने के बाद पीएम मोदी ने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘…मैं घाना के लोगों और सरकार को धन्यवाद देता हूं। यह सम्मान हमारे युवाओं के उज्ज्वल भविष्य, उनकी आकांक्षाओं, हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और भारत और घाना के बीच ऐतिहासिक संबंधों को समर्पित है। यह सम्मान एक जिम्मेदारी भी है, जिससे भारत-घाना की दोस्ती को और मजबूत बनाने की दिशा में काम किया जा सके। भारत हमेशा घाना के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और एक भरोसेमंद दोस्त और विकास भागीदार के रूप में योगदान देना जारी रखेगा।’
घाना के प्रतिष्ठित जुबली हाउस में पीएम मोदी की मेजबानी; यूपीआई भुगतान जैसे मुद्दों पर बातचीत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा के साथ प्रतिष्ठित जुबली हाउस में व्यापक बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत और घाना के बीच मधुर संबंधों की पुष्टि की। दोनों के बीच व्यापार और निवेश, क्षमता निर्माण, रक्षा और सुरक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, यूपीआई, कृषि, फार्मा, खनन, बुनियादी ढांचे और लोगों के बीच संबंधों सहित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा हुई।
पीएम मोदी की घाना यात्रा पर विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पीएम मोदी की घाना यात्रा पर कहा, भारत के प्रधानमंत्री अपने ऐतिहासिक राजकीय दौरे पर घाना की राजधानी अक्करा पहुंचे हैं। किसी भारतीय प्रधानमंत्री की घाना यात्रा 30 वर्षों के बाद हो रही है। घाना के साथ हमारे बहुत ही मधुर, ऐतिहासिक और विशेष संबंध हैं। उपनिवेशवाद के खिलाफ लड़ाई में दोनों देश एक-दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे हैं। इस विशेष बंधन का एक उदाहरण यह है कि जब प्रधानमंत्री हवाई अड्डे पर पहुंचे, तो घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा ने खुद उनका स्वागत किया। उनका औपचारिक स्वागत संगीत और नृत्य के साथ पारंपरिक तरीके से किया गया। होटल में भारतीय समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे…घाना में 15,000 भारतीय प्रवासी हैं।
संयुक्त राष्ट्र में सुधारों पर भी एकमत हैं भारत और घाना
घाना के राष्ट्रपति के साथ वार्ता के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र सुधारों के बारे में हमारे विचार समान हैं। हमने पश्चिम एशिया और यूरोप में चल रहे संघर्षों के बारे में गहरी चिंता व्यक्त की। हमारा मानना है कि यह युद्ध का समय नहीं है। समस्याओं का समाधान बातचीत और कूटनीति के माध्यम से किया जाना चाहिए।
दोनों देशों ने 5 वर्षों में अपने व्यापार को दोगुना करने का फैसला लिया
बकौल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ‘घाना के राष्ट्रपति और मैंने अपनी द्विपक्षीय साझेदारी को ‘व्यापक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ाने का फैसला किया है। भारत घाना के राष्ट्र निर्माण की यात्रा में सिर्फ़ भागीदार ही नहीं बल्कि सह-यात्री भी है… हमारा द्विपक्षीय व्यापार 3 बिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गया है। भारतीय कंपनियों ने लगभग 900 परियोजनाओं में 2 बिलियन डॉलर का निवेश किया है। हमने अगले 5 वर्षों में अपने व्यापार को दोगुना करने का फैसला किया है। फिनटेक के क्षेत्र में, भारत यूपीआई घाना के साथ डिजिटल भुगतान अनुभव साझा करेगा।
भारत घाना में युवाओं की व्यावसायिक शिक्षा के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने में मदद करेगा
पीएम मोदी ने बताया कि दोनों देशों के बीच हुई बातचीत के बाद भारत ने घाना के लिए ITEC और ICCR छात्रवृत्ति को दोगुना करने का फैसला किया है। युवाओं की व्यावसायिक शिक्षा के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने के लिए काम किया जाएगा। कृषि क्षेत्र में, हम राष्ट्रपति महामा के ‘फ़ीड घाना’ कार्यक्रम के साथ सहयोग करके खुश होंगे। जन औषधि केंद्र के माध्यम से, भारत घाना के नागरिकों को ‘सस्ती स्वास्थ्य सेवा, विश्वसनीय देखभाल’ प्रदान करने का प्रस्ताव करता है। हमने वैक्सीन उत्पादन में सहयोग पर चर्चा की। रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में, हम ‘एकजुटता के माध्यम से सुरक्षा’ के मंत्र के साथ आगे बढ़ेंगे। सशस्त्र बलों के प्रशिक्षण, समुद्री सुरक्षा, रक्षा आपूर्ति और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जाएगा