प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य वैश्विक सर्वोत्तम पद्धतियों को अपनाकर और अपने ज्ञान एवं अनुभवों को दुनिया के साथ साझा कर भारत को वैज्ञानिक शिक्षा का प्रमुख केंद्र बनाना है। पीएम मोदी ने पिछले दशक की वैज्ञानिक उपलब्धियों का विवरण देने वाली एक रिपोर्ट के लिए अपना संदेश दिया। रिपोर्ट में विज्ञान और प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से बुनियादी ढांचे, रक्षा, ऊर्जा क्षेत्र और भारी उद्योगों जैसे क्षेत्रों में भारत के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला गया है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने युवाओं में वैज्ञानिक सोच पैदा करने के साथ-साथ जिज्ञासा-आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा क्षेत्र में दूरगामी सुधार भी लागू किए हैं। प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय कुमार सूद ने कहा कि रिपोर्ट में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न क्षेत्रों जैसे क्षमता निर्माण, ऊर्जा, अन्वेषण, सार्वजनिक सेवा, कृषि, पशु धन और जैव प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य में प्रयासों की जांच की गई है। पीएम ने कहा, 2047 तक आने वाला समय एक ऐसा काल है जो एक मजबूत, आत्मनिर्भर देश के निर्माण के हमारे सपने को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण है। इसमें वैज्ञानिक समुदाय विशेष रूप से हमारे युवा, एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के कार्यालय और गैर सरकारी संगठन फाउंडेशन फॉर एडवांसिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी (फास्ट इंडिया) की ओर से विज्ञान का एक दशक : आत्मनिर्भर भारत के लिए प्रौद्योगिकी पैनोरमा शीर्षक से तैयार की गई रिपोर्ट का संकलन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को जारी किया।