Thursday, January 9, 2025

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भारत के साथ शानदार व्यापारिक संबंध : बांग्लादेश की पूर्व उप-उच्चायुक्त

भारत में बांग्लादेश की पूर्व उप-उच्चायुक्त मशफी बिन्ते शम्स ने कहा कि ढाका और नई दिल्ली के रिश्ते बहुत पुराने हैं। बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारत से प्रत्यर्पण मुद्दा महत्वपूर्ण है, लेकिन यह दोनों देशों के रिश्तों को तनावपूर्ण नहीं बनाता है। इसके अलावा, उन्होंने भारत और पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के व्यापारिक संबंधों को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ व्यापार कभी भी भारत के साथ व्यापार से आगे नहीं निकल सकता है। एक साक्षात्कार में शम्स ने बताया कि भारत और बांग्लादेश के रिश्ते पिछले 50 वर्षों में मजबूत हुए हैं और यह एक दीर्घकालिक संबंध है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें केवल तात्कालिक मुद्दों पर नहीं, बल्कि लंबे समय के संबंधों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।शम्स ने कहा कि प्रत्यर्पण प्रक्रिया जटिल होती है और इसमें कानूनी और प्रशासनिक पहलू शामिल होते हैं। जब दो देशों के बीच सहयोग होता है, तो भी यह प्रक्रिया पूरा होने में सालों लग सकते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि पहले भी बांग्लादेश से भारत में प्रत्यर्पित किए गए लोगों की प्रक्रिया में बहुत समय लगा था। उन्होंने कहा कि दीर्घकालिक लक्ष्यों और संबंधों पर ध्यान देना चाहिए, न कि केवल मौजूदा समस्याओं पर।

पाकिस्तान और ढाका के बीच नजदीकियों को लेकर बढ़ते तनाव के बीच, मशफी बिन्ते शम्स ने कहा कि बांग्लादेश का पाकिस्तान के साथ बढ़ता व्यापार भारत के लिए चिंता का विषय नहीं होना चाहिए। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के साथ व्यापार कभी भी भारत के साथ व्यापार से आगे नहीं निकलेगा।

शम्स ने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच लोग, संस्कृति, भाषा और अन्य कई समानताएं हैं, जो पाकिस्तान के साथ संबंधों से कहीं ज्यादा मजबूत हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बांग्लादेश के पाकिस्तान के साथ कुछ अनसुलझे मुद्दे हैं, जिनके कारण ढाका अभी भी पाकिस्तान को पूरी तरह से स्वीकार नहीं कर रहा है।

हालांकि, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ कुछ व्यापारिक संबंध बढ़ रहे हैं और वीजा संबंधी कुछ प्रतिबंध भी हटाए जा रहे हैं। शम्स ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत को पाकिस्तान के साथ बांग्लादेश के संबंधों को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कई मुद्दे अभी भी हल होने बाकी हैं।

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