बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बुधवार को लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक के निदेशक ब्रोन मैडॉक्स के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनकी अंतरिम सरकार भारत के साथ अच्छे संबंध चाहती थी, लेकिन ‘हमेशा कुछ गलत हो जाता था’। यूनुस ने मैडॉक्स के साथ भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों और देश के लिए लोकतांत्रिक रोडमैप सहित कई मुद्दों पर बात की, जिसकी शुरुआत अगले महीने ‘जुलाई चार्टर’ से होगी। इस दौरान मैडोक्स ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए भारत को जारी किए गए एक अनौपचारिक राजनयिक नोट का हवाला दिया और मामले पर अपडेट मांगा।इस पर यूनुस ने जवाब दिया कि यह प्रक्रिया जारी रहेगी। हम चाहते हैं कि सब कुछ कानूनी और ठीक तरीके से हो। हम भारत के साथ सबसे अच्छे संबंध बनाना चाहते हैं, क्योंकि भारत हमारा पड़ोसी है। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते कि उनके साथ किसी भी तरह की बुनियादी समस्या हो। उन्होंने कहा, ‘भारतीय मीडिया से आने वाली सभी फर्जी खबरों के कारण हर बार चीजें गलत हो जाती हैं। और कई लोग कहते हैं कि इसका संबंध शीर्ष पर बैठे नीति निर्माताओं से है।’
मोहम्मद यूनुस ने आगे कहा कि फर्जी खबरों की वजह से बांग्लादेश में नाराजगी और बेचैनी रहती है। हम कोशिश करते हैं कि गुस्से को काबू में रखें, लेकिन साइबरस्पेस में कई बातें होती रहती हैं, जिससे लोग फिर से गुस्सा हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना कि हम एक शांतिपूर्ण जीवन जी सकें, यह बड़ा काम है।
अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना पर भारत की अस्पष्ट भूमिका के बारे में दर्शकों के सवाल पर यूनुस ने जवाब दिया कि हसीना के खिलाफ सारा गुस्सा अब भारत में चला गया है, क्योंकि वह वहां गई हैं। यूनुस ने कहा कि जब उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने का मौका मिला, तो उन्होंने कहा, ‘अगर आप हसीना को अपने देश में रख रहे हैं, तो मैं आपको रोक नहीं सकता। लेकिन कृपया इतना जरूर करें कि वह बांग्लादेश के लोगों से सोशल मीडिया पर गलत तरीके से बात न करें।