वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने भारत के विकास दर पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने गुरुवार को कहा कि भारत की विकास दर वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक चमकदार हिस्सा है। बंगा ने आगे कहा कि छह-सात प्रतिशत या उससे अधिक की दर से विकास करने में सक्षम होना यह दर्शाता है कि उन्होंने इसके लिए कितना काम किया है। उन्होंने वर्ल्ड बैंक और इंटरनेशनल मॉनेटरिंग फंड की अगले सप्ताह होने वाली वार्षिक बैठक से पहले पत्रकारों से बात की। वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा, “इसमें कोई शक नहीं कि भारत की विकास दर वैश्विक अर्थव्यवस्था का एक चमकदार हिस्सा है। मुझे लगता है कि छह-सात प्रतिशत या उससे अधिक की दर से विकास करने में सक्षम होना, यह दर्शाता है कि उन्होंने इसके लिए कितनी मेहनत की है।” बंगा ने आगे कहा, “इसमें से अधिकांश वृद्धि भारत में घरेलू बाजार द्वारा संचालित है। यह एक अच्छा संकेत है। जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा, भारत को जीवन की गुणवत्ता जैसे हवा और पानी की गुणवत्ता पर काम करना चाहिए।” बंगा ने कहा, “हम भारत के साथ कई विषयों पर सक्रिय रूप से जुड़े हैं। मुझे लगता है कि हमें आने वाले दिनों और महीनों में परियोजनाओं के संदर्भ में और अधिक परिणाम देखने को मिलेंगे।”वर्ल्ड बैंक की प्रबंध निदेशक एना बजेर्डे ने कहा कि बैंक विकास को नौकरियों और सतत विकास में बदलने में सरकार का समर्थन कर रहा है। उन्होंने महिला कार्यबल की भागीदारी बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका मानना है कि भारत में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने की क्षमता अधिक है। उन्होंने बताया कि वर्ल्ड बैंक शहरी विकास के क्षेत्र में भी भारत के साथ काम कर रहा है।