ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की बेहद सफल और सुव्यवस्थित प्रेस ब्रीफिंग की नकल करने के पाकिस्तान के असफल प्रयास का दुनिया भर के कई मीडिया आउटलेट्स ने मजाक उड़ाया है। पिछले कुछ दिनों में भारत ने नई दिल्ली में नियमित रूप से उच्च स्तरीय संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।
इस दौरान भारत के विदेश सचिव, भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने न केवल पाकिस्तानी क्षेत्र में भारतीय वायुसेना के सटीक हमलों का विस्तृत विवरण साझा किया, बल्कि उन्होंने विस्तृत सबूतों, तस्वीरों, वीडियो और अन्य विवरणों के साथ पाकिस्तान के गलत सूचना अभियान को भी धराशायी कर दिया।
जब भारत के शीर्ष अधिकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नई दिल्ली की शक्तिशाली प्रतिक्रिया के बारे में विस्तार से बताया तो दुनिया ने स्तब्ध होकर इसकी सराहना की। इसे वायु और थल सेनाओं में पूर्ण परिचालन समन्वय के साथ अंजाम दिया गया जो देश की बढ़ती सैन्य ताकत को दर्शाती है।
दबाव में आकर रावलपिंडी ने भी इसी तरह की मीडिया ब्रीफिंग आयोजित करने का एक प्रयास किया, जिसे पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आइएसपीआर) के महानिदेशक ने संबोधित किया। लेकिन, यह बुरी तरह विफल रहा। एक प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई समाचार चैनल ने सोमवार को बताया कि पाकिस्तानी प्रेस कांफ्रेंस भारतीय प्रेस कांफ्रेंस की नकल थी, जिसमें उनके दावों को स्थापित करने के लिए कोई प्रभावशाली वीडियो या सबूत नहीं थे।
इसमें कहा गया कि आईएसपीआर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी के बयानों को देखने के बाद कि पाकिस्तानी टिप्पणीकार उन्माद में थे। विदेशी मीडिया भी कई इंटरनेट मीडिया पोस्ट का उल्लेख कर रहा है, जिसमें भारत के बेहतरीन तरीके से किए गए और पेशेवर तरीके से आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस की पाकिस्तान द्वारा बराबरी करने के प्रयासों का मजाक उड़ाया गया है।
एक यूजर ने एक्स पर लिखा कि हास्यास्पद! पाकिस्तानी सेना ने एक नाटकीय प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें दावा किया गया कि उन्होंने सिरसा से दिल्ली तक भारत के अंदर लक्ष्यों को निशाना बनाया है। पूरी तरह से भारतीय सेना की शैली की नकल। लेकिन कोई सबूत नहीं। कोई वीडियो नहीं। कोई फुटेज नहीं। कुछ भी नहीं। यह क्या है, किसी सर्कस का करतब?