नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने भारतीय निजी अंतरिक्ष यान कंपनी पिक्सल को अनुबंध के लिए चुना है। इस अनुबंध के तहत पिक्सल अन्तरराष्ट्रीय स्पेस एजेंसी को पृथ्वी के अवलोकन का आंकड़ा और सेवाएं मुहैया कराएगी। इसके साथ ही यह कंपनी उन आठ कंपनियों में शामिल हो गई हैं, जिन्हें नासा ने 476 मिलियन अमरीकी डॉलर के वाणिज्यिक स्मॉलसैट डेटा अधिग्रहण कार्यक्रम ऑन-रैंप 1 मल्टीपल अवार्ड अनुबंध के लिए चुना है। इस अनुबंध के तहत ये कंपनियां नासा के शोध और प्रयोगों के समर्थन के लिए वाणिज्यिक स्रोतों से पृथ्वी का अवलोकन डाटा देंगी। नासा के यह शोध पृथ्वी पर जीवन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। नासा के मुताबिक, अनुबंध अवॉर्ड का मकसद पृथ्वी के बारे में जानकारी जुटाने के लिए अधिक किफायती तरीके खोजना है। यह जानकारी नासा, अन्य अमेरिकी सरकारी एजेंसियों और अंतरराष्ट्रीय भागीदारों की मदद करेगी, ताकि पृथ्वी को बेहतर ढंग से समझा जा सकें और यह इंसान के रहने लायक बनी रहे।पिक्सल को हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग और पृथ्वी अवलोकन में महारत हासिल है। पिक्सल की हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग तकनीक सैकड़ों छोटी तरंगदैर्ध्य में डेटा कैप्चर करती है और जलवायु परिवर्तन, कृषि, जैव विविधता और संसाधन प्रबंधन जैसे मुद्दों पर बारीक जानकारी देती है। कंपनी के सह-संस्थापक और सीईओ अवैस अहमद ने कहा, नासा के इस अनुबंध के लिए चुना जाना कंपनी के लिए बड़ी उपलब्धि है। यह इस बात को पुख्ता करता है कि हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग अंतरिक्ष आधारित पृथ्वी अवलोकन भविष्य का अभिन्न अंग होगा। यह असल में हमें पृथ्वी के लिए एक स्वास्थ्य मॉनिटर बनाने में सक्षम बनाएगा।