शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शुक्रवार को अमेरिका से भारतीय प्रवासियों के निर्वासन को लेकर केंद्र की आलोचना की और तर्क दिया कि ‘अमेरिका के विमान को उड़ान भरने और वापस जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी।’ उन्होंने सुझाव दिया कि भारत सरकार को अपने नागरिकों की सुरक्षा में अधिक मुखर भूमिका निभानी चाहिए थी। इस मामले में संजय राउत ने कहा, ‘हमारे लिए, वे अपराधी नहीं हैं। उनके पैरों और हाथों की बेड़ियां हटा दी जानी चाहिए थीं… यह कानून का उल्लंघन था…अमेरिका के विमान को उड़ान भरने और वापस जाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी।’संजय राउत ने तर्क दिया कि एक बार जब ये व्यक्ति भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश कर गए, तो उनके साथ भारतीय कानूनों के अनुसार व्यवहार किया जाना चाहिए था, न कि अपराधियों के रूप में। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत सरकार को अपने नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए और अधिक कड़ा रुख अपनाना चाहिए था, भले ही उन्हें अमेरिका की तरफ से अवैध अप्रवासी माना गया हो।उन्होंने कहा, ‘वे अमेरिका के लिए अवैध अप्रवासी थे। हालांकि, उनके विमान के भारतीय सीमा में प्रवेश करने के बाद भारतीय कानून लागू थे।’ शिवसेना यूबीटी सांसद की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कुछ भारतीय नागरिकों को सख्त आव्रजन प्रवर्तन उपायों के तहत अमेरिका से निर्वासित किया गया था।





